नगर परिषद परवाणू के अनुसार नगर परिषद के कार्यों की मियाद केवल छः माह

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आदर्श हिमाचल सोलन

 

परवाणू : नगर परिषद परवाणू पिछले कुछ समय से अपने पिछले कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों के चलते विवादों में हैं। आरटीआई के माध्यम से नगर परिषद द्वारा ठेकेदारों को लाभ देने के लिए नियमों को दरकिनार कर ऑफलाइन टेंडर करने तथा विकास कार्यों के नाम पर दोगुने दामों पर गुणवत्ता के नियमों की अनदेखी सामने आई है।

 

बता दें की नगर परिषद के पिछले कार्यकाल की विजिलेंस जाँच जारी है जो की शहर के समाजसेवी द्वारा आरटीआई के माध्यम से विकास कार्यों में धांधली पाई गई थी जिसकी शिकायत पर जाँच शुरू की गई। हाल ही में नगर परिषद द्वारा नवंबर 2019 में एक बैठक में सेक्टर 5 स्थित कूड़ा सयंत्र के साथ एचपीएमसी की तरफ जाती एक सड़क पर एक प्रस्ताव पास करने की बात सामने आई जो कि पूर्व अध्यक्ष के वार्ड नं 8 में है।

 

जिसके बारे में नगर परिषद ने आरटीआई के जवाब में बताया कि उस सड़क का टेंडर 28 जनवरी 2019 को निकाला गया तथा 30 जनवरी 2019 को ठेकेदार विक्रांत शर्मा को दिया गया। ठेकेदार ने  2 मार्च 2019 को निर्माण कार्य पूरा कर दिया जो की कुछ ही समय बाद ख़राब भी हो गया परन्तु नप ने जवाब में उस सड़क को सही सलामत बताया। इतना ही नहीं नगर परिषद ने अपने जवाब में  स्वयं उस सड़क की मियाद पूछे जाने पर लिखित में छः माह दी है।

 

बता दें की पिछले वर्ष एक होटल के पास डंगा गिरने से एक 22 वर्षीय होटल कर्मचारी की मौत हुई थी। जिस पर डंगे की मियाद के बारे में पूछने पर कनिष्ट अभियंता ने भी कुछ ऐसा ही जवाब दिया था। उन्होंने कहा कि वह केवल छः माह तक ठेकेदार की सिक्योरिटी रोकते हैं इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते। हैरानगी की बात है कि पूर्व अध्यक्ष के वार्ड में हुए कार्यों की गुणवत्ता पर भी नगर परिषद ने ध्यान नहीं दिया। ऐसे में नगर परिषद के कार्यों की गुणवत्ता व कार्यप्रणाली दोनों सवालों के घेरे में है।

 

इस बारे में कार्यकारी अधिकारी ललित कुमार ने कहा कि शहर में केबल व सीवरेज के चलते कई रास्तों को नुकसान पहुंचा है फिर भी यह मेरे संज्ञान में अभी आया है। इस बारे में कनिष्ठ अभियंता से बात कर उचित कार्यवाही को अमल में लाया जाएगा।