आदर्श हिमाचल ब्यूरो
रामपुर बुशहर। केंद्र और हिमाचल सरकार के संयुक्त उपक्रम एसजेवीएन ने कोविड महामारी की विषम परिस्थितियों के बावजूद विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में जुलाई माह में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस उपक्रम की दो जल व् तीन विंड एवं सोलर प्लांट्स ने एक माह में सब से ज्यादा 1580.328 मैगावाट बिजली तैयार कर विद्युत उत्पादन के पिछले सारे रिकार्ड ध्वस्त किये है। इस में देश की सब से बड़ी भूमिगत जल विद्युत परियोजना 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी भी शामिल है।
नाथपा झाकड़ी ने परियोजना निर्माण वर्ष 2003 से अब तक एक महीने में सर्वाधिक 1216. 565 मेगावाट व् 21 जुलाई को एक दिन में सर्वाधिक 39.397 मिलियन यूनिट बिजली तैयार कर जुलाई में दो रिकार्ड स्थापित किए है।इस बात की जानकारी एसजेवीएन के
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल ने नाथपा झाकड़ी पवार स्टेशन के दौरे दौरान दी। उन्होंने बताया इस कोरोना काल में प्रधान मंत्री केयर फंडसे ले कर हिमाचल सरकार को निगम ने करोडो रूपये की आर्थिक मदद कर अपनी भागीदारी निभाई। इस के अलावा उन के कोटला ट्रेनिंग सेंटर को कोविड केयर सेंटर बना कर सभी सुविधाएं मुहया कोरोना मरीजों और क्वॉन्टिन में रह रहे लोगो की मदद की गई। उन्होंने बताया एसजेवीएन ने सामाजिक भागीदारी निभाते हुए सीएसआर फंड में भी अब तक 2 सौ करोड़ से अधिक राशि विकास
कार्यो में व्यय किए है।
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नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अपने परियोजना दौरे के दौरान 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन और 412 मेगावाट रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन की प्रचालन कार्यकलापों का निरीक्षण किया।उन्होंने कहा कि वह प्रचालन निष्पादन से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं और बताया कि एसजेवीएन ने जुलाई 2021 मेंअपनी समस्त उत्पादन इकाइयों,नवीकरणीय परियोजनाओं सहित से, 1580 मि.यू. का विद्युत उत्पादन कर रिकॉर्ड बनाया है, जोकि जुलाई 2020 के 1563 मि.यू.के रिकॉर्ड से अधिक है। वित्तीय वर्ष,2021 में हिमाचल प्रदेश के 02 हाइड्रो पावर स्टेशनों, महाराष्ट्र और गुजरात के 02 पवन विद्युत स्टेशनों और 01 सौर विद्युत स्टेशन सहित पाँच विद्युत स्टेशनों की कुल 8700 मि.यू. डिजाइन ऊर्जा से अधिक 9224 मि.यू. विद्युत का उत्पादन कर एक नया कीर्तिमानस्थापित किया है।
एनजेएचपीएस और आरएचपीएसविद्युत स्टेशनों के प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, शर्मा ने कहा कि दोनों ‘फ्लैगशिप पावर स्टेशनों’ के प्रचालन और अनुरक्षण के अधिकारियों की संयुक्त टीम के प्रयासों ने कंपनी को विद्युत उत्पादन में नवीन लक्ष्य तराशने में सक्षम बनाया है। शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन अपने सभी विद्युत स्टेशनों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के उच्चतम स्तर की क्षमता के साथ प्रचालित करता है।माइक्रो प्लानिंग के साथ सिस्टम की व्यापक मोनिटरिंग ने एसजेवीएन के मेगा विद्युत स्टेशनों को नियमित डिजाइन ऊर्जा और उच्चतम मशीन उपलब्धता बढ़ाने में सक्षम बनाया है।दिनांक 02 अगस्त,2021 कोएनजेएचपीएस ने 39.397मि.यू. का सर्वोच्चएक-दिवसीय उत्पादन किया है और जुलाई,2021 में इस परियोजना ने 1216.565 मि.यू. का सर्वोच्च मासिक उत्पादन दर्ज किया है।इसी कड़ी मेंरामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन ने भी जुलाई 2021 में 335.9057 मि.यू. का सर्वोच्च मासिक विद्युत उत्पादन किया है।
एसजेवीएन की भविष्य की योजनाओं को साझा करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि कंपनी ने आगामी यात्रा का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है, जिसे कंपनी के सांझे विजन- वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, वर्ष 2030 तक 12000 मेगावाट तथा वर्ष 2040 तक 25000 मेगावाट में व्यक्त किया गया है। उन्होने कहा कि एसजेवीएन भारत, नेपाल तथा भूटान में हाइड्रो, ताप, सौर, तथा पवन क्षेत्र में 27 परियोजनाओं को कार्यान्वित कर रहा है, जिनमें 06 परियोजनाएं प्रचालनागत हैं, 08 परियोजनाएं निर्माणाधीन तथा 13 परियोजनाएं सर्वेक्षण एवं अन्वेषणाधीन हैं। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी के व्यवसाय के विस्तार की दिशा में हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा स्पीति घाटी के काज़ा में 880 मेगावाट सोलर पार्क के त्वरित विकास की ज़िम्मेदारी एसजेवीएन को सौंपी गयी है।
1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन के दौरे के दौरान नन्द लाल शर्मा ने परियोजना अस्पताल, झाकड़ी में फिजियोथेरेपी केंद्र का उदघाटन किया। इस अवसर पर शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन हमेशा अपनी परियोजनाओं के आस-पास रहने वाले लोगों की बेहतरी हेतु सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरूक रहा है। एनजेएचपीएस ने स्थानीय लोगों के विकास के लिए कल्याणकारी गतिविधियों पर अब तक रु.6877.17 लाख का व्यय किया है।