उपलब्धि: स्किमागो रेटिंग्स में शूलिनी यूनिवर्सिटी ने तीसरा स्थान हासिल किया

शूलिनी विवि
शूलिनी विवि

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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सोलन।  प्रमुख यूनिवर्सिटीज के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्किमागो रैंकिंग में  सोलन  स्थित  शूलिनी  यूनिवर्सिटी  ऑल इंडिया रैंक 37 के साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के अलावा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के साथ पूरे उत्तर क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रही है।

पंजाब यूनिवर्सिटी ने इस क्षेत्र की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्किमागो रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, हालांकि इस साल यह दो पायदान नीचे आते हुए 17वें से 19वें स्थान पर आई है। स्किमागो लैब द्वारा प्रकाशित नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ 20 वें ऑल इंडिया स्तर पर दूसरे नंबर पर है। वहीं ओवरऑल कैटेगरी में जीएनडीयू, अमृतसर 45वीं रैंक के साथ और थापर इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग ऑफ टेक्नोलॉजी, पटियाला 50वीं रैंक के साथ भारत के 247 प्रमुख संस्थानों के साथ सूची में नाम दर्ज कराने में सफल रहे हैं।

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भारतीय निजी विश्वविद्यालयों में, सोलन स्थित शूलिनी यूनिवर्सिटी, जिसकी स्थापना प्रोफेसर पी.के.खोसला ने की है, जो स्वयं भी पंजाब विश्वविद्यालय के एल्यूमनी हैं, देश भर में रिसर्च कैटेगरी में 16वें स्थान के साथ शीर्ष पर है।

स्किमागो संस्थानों की रैंकिंग को सबसे अधिक ऑब्जेक्टिव रैंकिंग्स के रूप में माना जाता है क्योंकि विशेषज्ञ एप्लीकेशंस की बजाय इंटरनेशनल डेटाबेस से मिली जानकारी के आधार पर विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिक संस्थानों का मूल्यांकन करते हैं।विषय-वार श्रेणी में, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने कैमिस्ट्री में भारतीय विश्वविद्यालयों में पहला स्थान हासिल किया है, इसके बाद एकेडमी ऑफ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च और विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी शामिल हैं।

 शूलिनी यूनिवर्सिटी ने भारत इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, वीर सुंदरा साईं यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजीज और इसके बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना और इसके बाद इंस्टीट्यूट ऑफ कैमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई और विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के बाद इनवॉयरमेंटल साइंस में 4वां स्थान प्राप्त किया है।

शूलिनी यूनिवर्सिटी को फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी में भारत इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के बाद चौथा रैंक मिला है जबकि आईआईटी मद्रास और चेन्नई मैथेमेटिकल इंस्टीट्यूट इसके बाद आते हैं। एनर्जी कैटेगरी में भारतीय विश्वविद्यालयों में शूलिनी यूनिवर्सिटी को 12वीं रैंकिंग मिली है।

स्किमागो रैंकिंग सूची में दुनिया भर में 4126 प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थान शामिल हैं। इस रैंकिंग में चीन की 549 यूनिवर्सिटीज और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के 511 यूनिवर्सिटीज और संस्थानों ने अपनी जगह बनाई है।

इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग (http://www.scimagoir.com/)  एल्सेवियर के साथ साझेदारी में स्किमागो लैबोरेट्रीज द्वारा प्रकाशित साइंटिफिक संस्थानों की एक वैश्विक रैंकिंग है और ये पूरी तरह से अनुसंधान पर केंद्रित है। विश्लेषण शैक्षणिक अनुसंधान उत्पादन, इनोवेशन आउटपुट, और सामाजिक प्रभाव की गुणवत्ता जैसे संकेतकों पर आधारित है, जो उनकी वेब दृश्यता द्वारा मापा जाता है।

 स्किमागो इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग में दुनिया के प्रमुख शोध संस्थानों के शोध प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है और इस प्रोसेस में एल्सेवियर के स्कोपस बाईबिलोमेट्रिक डेटा का उपयोग किया जाता है।