बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने राष्ट्रीय स्तरीय प्राकृतिक खेती उत्कृष्ट केंद्र खोलने की उठाई मांग

बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित राज्यों के कृषि और बागवानी मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश में राष्टीय स्तर का प्राकृतिक खेती उत्कृष्ट केंद्र खोलने की मांग रखी। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान कृषि मंत्री ने केंद्रीय कृषि मंत्री, राज्य मंत्री और सभी राज्यों से आए कृषि और बागवानी मंत्रियों और अधिकारियों के समक्ष हिमाचल प्रदेश में अपनाई जा रही सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की सफलता के बारे में जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में यह खेती विधि बड़ी तेजी से ख्याति पा रही है और किसान-बागवान इसे सहज अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रदेश की 99 फीसदी पंचायतों तक पहुंच चुकी है और बहुत जल्द प्रदेश की सभी पंचायतों में इसके सफल मॉडल देखने को मिलेंगे। इस मौके पर कृषि मंत्री ने प्रदेश में फसल विविधिकरण के चल रही जीका परियोजना, एचपी शिवा परियोजना और विश्व बैंक द्वारा पोषित एचपी एचडीपी परियोजनाओं की विकासात्मक गतिविधियों की भी जानकारी दी और इसके लिए केंद्र सरकार का आभार भी जताया। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय रसायन व उर्वरक तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा मनसुख मांडविया, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे व कैलाश चौधरी, कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल, राज्यों के मंत्री, केंद्रीय कृषि सचिव मनोज अहूजा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा हिमाचल से कृषि मंत्री के साथ प्रदेश के कृषि सचिव राकेश कंवर, कृषि निदेशक एनके धीमान और दो अन्य अधिकारियों ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।

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