हिमाचल प्रदेश के सेब के दाम गिरने के पीछे है राजनीतिक षडयंत्र : अनेंदर सिंह नॉटी

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शिमला: भारतीय किसान यूनियन हिमाचल प्रदेश एवं प्रभारी संयुक्त किसान मोर्चा अध्यक्ष अनेंदर सिंह नॉटी का कहना है कि राष्ट्रीय किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत का हिमाचल दौरा हिमाचल के किसानों को एक नई संजीवनी तथा ऊर्जा प्रदान करके गया है. किसानों व बागवानों को अपनी ताकत का अब एहसास हुआ है कि अगर किसान एकजुट हो जाएं और टिकैत जैसा नेतृत्व यहां के किसानों को मिले तो कोई कंपनी या सरकार किसानों को लूट नहीं सकती.

उन्होंने कहा कि एक तरफ भारतीय जनता पार्टी लगातार अफगानिस्तान में तख्तापलट तथा तालिबान के काबिज होने के मुद्दे को भारत में जोर-शोर से उठाकर मुख्य मुद्दों से ध्यान बंटा रही है, वहीं अभी तक अफगानिस्तान से फॉरेन ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) रद्द नहीं किया गया है वजह साफ है कि FTA के तहत अफगानिस्तान से बिना इंपोर्ट ड्यूटी के भारत से सेब  लाया जा सकता है जबकि अफगानिस्तान में तो सेब पैदा भी नहीं होता, असल में इस खेल में अदानी जैसी कंपनी शामिल है. वह अमेरिका चीन ईरान का सेब अफगानिस्तान लाकर सरकार को भी चपत लगा रहे है तथा हिमाचल प्रदेश के किसानों को एक कड़ी चुनौती दी जा रही है.  किसान इनकी दोगली चाल को समझें जहां अदानी ग्रुप एक तरफ मंडियों में अपना सेब उतारकर मंडियों को क्रैश करता है, वहीं दूसरी तरफ एफडीए की शर्तों का लाभ उठाकर विदेश से बहुतायत में सेब भारत के स्टोरों में जमा करके हिमाचली किसानों के हितों पर बड़ी चोट कर रहा है.

उन्होंने कहा राकेश टिकैत के इस दौरे के दौरान जो षड्यंत्र भारतीय जनता पार्टी तथा उनके स्थानीय लोगों द्वारा रचा गया था उसको भी किसानों की ताकत ने बुरी तरह बेनकाब कर दिया है और जिन स्थानीय युवकों का गलत तरीके से इस षड्यंत्र में दुरुपयोग किया गया उन्होंने खुद इसका पर्दाफाश कर दिया है. यह सरकार तथा भाजपा के मुंह पर करारा तमाचा है. हम सोलन मंडी के इन युवकों को भी किसान संघर्ष की अहमियत को समझने व  राकेश टिकैत से माफी मांगने पर भारतीय किसान यूनियन की तरफ से उनका स्वागत करते हैं.

उन्होंने कहा भारतीय किसान यूनियन तथा संयुक्त किसान मोर्चा सेब बागवानों के साथ-साथ छोटे से कारोबारियों के साथ भी दृढ़ता से खड़ी है. अब इन युवकों को सरकार के लोगों की तरफ से धमकाया जा रहा है जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं तथा इन नौजवानों के साथ पूरी भारतीय किसान यूनियन खड़ी है.