आईएमए आयुष की नई राज्य कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

शिमला| इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) आयुष के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर नरेश छवन्निया ने डॉक्टर दिनेश कुमार को पुनः हिमाचल प्रदेश ईकाई का राज्याध्यक्ष नियुक्त किया है और साथ ही, उन्होंने राज्य कार्यकारिणी और सभी जिलाध्यक्षों की घोषणा भी की है। मुख्य संरक्षक के पद पर डॉक्टर बलदेव अवस्थी (कुल्लू), सलाहकारों में डॉक्टर राजेंद्र ठाकुर (ऊना), डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद अग्निहोत्री (हमीरपुर), डॉक्टर धर्मेंद्र शर्मा (बिलासपुर), डॉक्टर अशोक चौहान (चम्बा), डॉक्टर हरीश गुप्ता (मंडी) नियुक्त किए गए हैं। उपाध्यक्ष पद पर डॉक्टर रीटा राठौर (मंडी), डॉक्टर राजेंद्र जोशी (कांगड़ा), यूनानी डॉक्टर अख्तर अब्बास (शिमला), डॉक्टर रविंद्र धीमान (बिलासपुर), डॉक्टर देव प्रकाश (शिमला), डॉक्टर संदीप शर्मा (सोलन) होंगे।

इसी तरह महासचिव प्रशासन के रूप में डॉक्टर अरुण चंदन (कांगड़ा), महासचिव संगठन डॉक्टर चंद्रभूषण शर्मा (मंडी), महासचिव वित्त डॉक्टर पिंकी पठानिया (कांगड़ा), सचिव पद पर डॉक्टर नितिन कश्यप (शिमला), डॉक्टर इंदू भारद्वाज (ऊना), डॉक्टर रोहित कपिल (बिलासपुर), डॉक्टर रमेश कुमार (मंडी) नियुक्त किए गए हैं। संगठन सचिव के रूप में डॉक्टर देव वर्मा (मंडी), डॉक्टर राजेंद्र कुमार (कांगड़ा), डॉक्टर केवल कृष्ण नंदा (कांगड़ा), तथा मुख्य निरीक्षक लेखा-जोखा के रूप में डॉक्टर देशराज बन्याल (मंडी) नियुक्त किए गए हैं।

इस दौरान जिलाध्यक्षों की घोषणा भी की गई है, बिलासपुर के लिए डॉक्टर प्रदीप गुलेरिया और डॉक्टर अवधेश पंडित, चंबा के लिए डॉक्टर रमेश भारद्वाज, हमीरपुर के लिए डॉक्टर साहिब सिंह दबकू, कांगड़ा के लिए डॉक्टर नवनीत शर्मा, कुल्लू के लिए डॉक्टर संतोष कुमार, किन्नौर के लिए डॉक्टर प्रशांत कुमार, लाहौल स्पीति के लिए डॉक्टर दिनेश वत्स, मंडी के लिए डॉक्टर सुंदर शर्मा, शिमला के लिए डॉक्टर ब्रह्म देव शर्मा, सिरमौर के लिए डॉक्टर मनप्रीत सिंह सैनी, सोलन के लिए डॉक्टर बलजिंदर पाल सिंह राणा और ऊना के लिए डॉक्टर बलजिंदर पाल सिंह राणा नियुक्त किए गए हैं। प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर दिनेश कुमार ने राष्ट्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करते हुए कहा है कि वे शीघ्र ही प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, आयुष मंत्री यादवेन्दर गोमा, आयुष सचिव व निदेशक से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में आयुष पद्धति के विकास और विस्तार पर व्यापक चर्चा होगी ताकि प्रदेश की आयुष सेवाओं को सरकारी और निजी चिकित्सा के माध्यम से दूर दराज के क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके और लोगों के स्वास्थ्य संरक्षण में आयुष की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित की जा सके।