आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंबा। जिला चंबा जिला में ग्रामीण विकास के परिदृश्य में अब एक और नया बदलाव देखने को मिलेगा। उपायुक्त विवेक भाटिया की पहल पर शुरू होने वाली इस कार्य योजना से जिला के ग्रामीण विकास को आने वाले कल में जो आयाम मिलने वाले हैं उनसे निश्चित तौर पर प्रदेश के भौगोलिक रूप में दूसरे सबसे बड़े जिला के समग्र ग्रामीण विकास की बदली हुई तस्वीर सामने आएगी।
“प्रत्येक पंचायत, एक साल, चार काम” की अवधारणा पर जिस कार्य योजना का आगाज होने वाला है उसके तहत जिले की हरेक पंचायत में सामूहिक सामुदायिक उपयोग के 4 बड़े काम हर साल शुरू होंगे। कार्य योजना की खास बात यह है कि इसे जिला स्तर की व्यावहारिकता को मद्देनजर रखते हुए तैयार किया गया है। कार्य योजना में छोटे संपर्क मार्गों, खेल मैदानों, सामुदायिक भवनों, सामुदायिक पुस्तकालयों समेत कुछ अन्य काम शामिल किए गए हैं। पंचायतों में पहले शुरू किए जाने वाले कार्यों की प्राथमिकता और सूची तैयार की जाएगी। यानी पंचायत में लोगों की जरूरतों और अपेक्षाओं के अनुरूप इन कार्यों को अमलीजामा पहनाया जाएगा ताकि इन तमाम कार्यों का वहां के ग्रामीण पूरा लाभ उठा सकें।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि गुणवत्ता के पैमाने को और मजबूत बनाने के लिए कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए सोशल ऑडिट व्यवस्था भी रहेगी। सोशल ऑडिट कमेटी को प्रशासन द्वारा इस कार्य के लिए अधिकृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 14वें वित्त आयोग के अलावा मनरेगा के तहत भी चंबा जिला को करोड़ों रुपए का बजट हर साल प्राप्त होता है। जिला को प्राप्त बजट के सौ फ़ीसदी उपयोग पर फोकस रहेगा ताकि चंबा जिला के विकास के लिए प्राप्त धनराशि किसी भी सूरत में लैप्स ना हो सके और जिले के गावों सामुदायिक सुविधाओं के इस नए इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस हों।











