आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला| APG शिमला यूनिवर्सिटी में नशा-मुक्त समाज के निर्माण को लेकर विशेष जागरूकता कार्यक्रम “Before You Fall, Stand Tall” का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में नशे की बढ़ती समस्या के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें नशा उन्मूलन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक तिवारी, IPS थे। डीजीपी तिवारी ने अपने संबोधन में युवाओं में नशे के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए समय पर जागरूकता और हस्तक्षेप की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों से स्वयं को “बिना वर्दी के पुलिसकर्मी” मानकर अपने आस पास की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की और साथ ही, उन्होंने नशा विरोधी अभियानों में स्वयंसेवक बनकर सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में एसपी (वेलफेयर) पंकज शर्मा, डीएसपी (PHQ) गीता अंजलि ठाकुर, कॉन्स्टेबल आनंदनी और लेडी कॉन्स्टेबल वनीता भी मौजूद थे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा नशा रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियानों और सामुदायिक भागीदारी पर प्रकाश डाला, अधिकारियों ने जागरूकता और समय पर हस्तक्षेप से कई युवाओं की जान बचाने के उदाहरण भी साझा किए। छात्रों और अधिकारियों के बीच हुए संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र में नशा पहचान के लक्षण, पुनर्वास केंद्रों की भूमिका, कानूनी पहलुओं आदि पर विस्तार से चर्चा हुई। डीजीपी तिवारी ने पुनर्वास को दंड नहीं बल्कि सुधार की प्रक्रिया बताया और पुलिस की पूर्ण समर्थन की बात कही। इस कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आर.एल. शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। उन्होंने नशा मुक्त समाज के निर्माण हेतु पुलिस अधिकारियों और विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई, कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनिंदर कौर ने किया। इस जागरूकता कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकारी, संकाय सदस्य एवं छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि नशा केवल कानून व्यवस्था की समस्या नहीं, बल्कि सामाजिक चुनौती है, जिसका समाधान समाज के हर वर्ग, विशेषकर युवाओं की सक्रिय भागीदारी से संभव है।