आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय द्वारा ब्राइट एल्युमिनाई: सेलिब्रेटिंग इयर्स ऑफ एक्सीलेंस मीट का शनिवार को पहला पूर्व छात्र सम्मेलन का विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजन किया गया। इस अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के सत्र 2013 से 2024 सत्र के पूर्व छात्रों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की स्थापना 2012 में हुई थी और पहला शैक्षणिक सत्र 2013 से आरंभ हुआ था। अपने छोटे से एक दशक में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय ने 2013 से लेकर 2024 तक 4071 देश प्रदेश और विदेशी छात्र- छात्राओं को गुणवतापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उनके भविष्य को संवारा है और सौ प्रतिशत जॉब- प्लेसमेंट करवाने में सफलता हासिल की है और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय से निकले मेधावी छात्र आज हर क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं, किसी ने अपना स्टार्टअप शुरू किया है, किसी ने अपनी कंपनी खोलकर रोजगार सृजन किया है, कोई स्मार्ट पैकेज के साथ बहुराष्ट्रीय कंपनियों में जॉब कर रहे हैं और कोई सरकारी क्षेत्र में ऊंच पदों तक पहुंचे हैं।

इस एल्युमिनाई मीट कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील दत्त शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, जबकि होटल इंडस्ट्री के जाने माने प्रबंधक पवन वर्मा ने कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा ने सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलित कर किया। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति राजेंद्र सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा और सम्मानित अतिथि पवन वर्मा को हिमाचली टोपी शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के नए छात्रों ने पूर्व छात्रों के स्वागत व सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक लोक नृत्य भी प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में नए छात्रों से पूर्व छात्रों ने अपने विश्वविद्यालय और करियर से जुड़े अनुभव साझा किए। पुराने छात्रों ने अपनी सफलता की कहानियां, एपीजी शिमला विश्वविद्यालय से विभिन्न संकायों में स्नातक, परास्नातक, पीएचडी होने के बाद अपने विकास, उपलब्धियों और सफल जीवन के अनुभवों को साझा किया।

एल्युमिनाई मीट में बतौर मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा ने पूर्व छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए पुराने छात्र एक मार्गदर्शक की तरह होते हैं जो नए छात्रों को करियर में आने वाली चुनौतियों और अवसरों से रूबरू कराते हैं। सुनील दत्त शर्मा ने कहा कि माता पिता, शिक्षक हमारे जीवन के मार्गदर्शक होते हैं, वे विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ साथ जीवन मूल्यों को भी सिखाते हैं। स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय में बिताए गए समय को याद करना और पूर्व छात्रों से मिलना एक खुशी का अनुभव होता है। ये पल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं।
सुनील शर्मा ने कहा कि यह मिलन समारोह पूर्व छात्रों को एक साथ आने, अपनी यादों को साझा करने और भविष्य के लिए एक मजबूत नेटवर्क बनाने का अवसर प्रदान करता है। सुनील शर्मा ने एपीजी शिमला विश्वविद्यालय से निकले मेधावी छात्राओं की सराहना करते हुए कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र निजी और सरकारी क्षेत्र में अच्छे ओहदों पर देश प्रदेश और विदेश में जॉब कर रहे हैं, इसके पीछे उनके शिक्षकों द्वारा दिया गया व्यवहारिक ज्ञान, गुणवतापूर्ण शिक्षा, संस्कारवान शिक्षा, माता-पिता के संस्कार और शिक्षकों और छात्रों की कड़ी मेहनत है।
मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा ने कहा कि कड़ा परिश्रम, सफलता, असफलता जीवन का अंग है, लेकिन असफलताओं से घबराना नहीं बल्कि खुशी से असफलताओं का सामना कर जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करना है, कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता, बस उसे सफल तरीके से करने का हुनर, मोहब्बत और लगन होनी चाहिए और सफलता अपने आप मिल जाएगी। मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा ने मेधावी पूर्व छात्रों को सम्मान स्वरूप प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए और उनके भविष्य को और उज्ज्वल बनाने और विकास की नई ऊंचाईयों को छूने की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा ने एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के ब्राइट एल्युमिनाई पोर्टल का शुभारंभ भी किया।
एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह ने अपने स्वागत संबोधन पूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में पधारने पर आपका स्वागत है, यह विश्वविद्यालय आपका दूसरा घर है। कुलपति चौहान ने कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के छात्र आज आईटी, बैंकिंग, होटल इंडस्ट्री, शिक्षा, फार्मा, हेल्थकेयर, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, फैशन डिजाइनिंग, कानून, प्रबंधन, पत्रकारिता एवं जनसंचार, मैनेजमेंट के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। हमारे पूर्व छात्र आज प्रदेश, देशभर और विदेशों के प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षण संस्थाओं के साथ रिसर्च के क्षेत्र में भी कई पूर्व छात्र कार्य कर रहे है जो नए छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। कुलपति चौहान ने कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय का फोकस गुणवतापूर्ण शिक्षा, नवाचार, शोध, प्रोफेशनल शिक्षा, स्किल्स आधारित शिक्षा और जॉब प्लेसमेंट पर रहता है। कुलपति चौहान ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान से निकले मेधावी छात्र ही उस संस्थान के नए छात्रों के लिए प्रेरक अग्रदूत होते है।
वहीं सम्मानित अतिथि पवन वर्मा ने कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय एल्युमिनाई मीट के जरिए विश्वविद्यालय की सभी प्रतिभाओं को एक मंच पर आने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि एल्युमिनाई मीट के जरिए छात्रों को नॉलेज शेयरिंग का मौका मिलता है। आप किसी भी संस्थान में हो लेकिन आपको अपने विश्वविद्यालय से हर समय जुड़े रहना चाहिए। पवन वर्मा ने कहा कि युवा नशे से दूर रहें और अपने लक्ष्य पर फोकस करें।
इस अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलाधिपति इंजीनियर सुमन विक्रांत, प्रति-कुलाधिपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान, कुलपति प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान, कुलसचिव डॉ. आर.एल. शर्मा, शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. आनंदमोहन शर्मा, परीक्षा नियंत्रक अफजल खान, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नीलम रत्न शर्मा और सभी संकायों व विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक और ग़ैरशिक्षक वर्ग उपस्थित रहे।
एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलाधिपति इंजीनियर सुमन विक्रांत, प्रति-कुलाधिपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान, कुलपति प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान, कुलसचिव डॉ. आर.एल. शर्मा, शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. आनंदमोहन शर्मा, परीक्षा नियंत्रक अफजल खान, कार्यकारी अधिकारी ज्योत्स्ना शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नीलम रत्न शर्मा ने एल्युमिनाई मीट में पधारे पूर्व छात्रों के सफल करियर व विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत पूर्व छात्रों की सफलता की सराहना कर उन्हें और सफलताओं को हासिल करने का आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ. आर.एल. शर्मा के धन्यवाद प्रस्ताव से हुआ। कुलसचिव डॉ. आर.एल.शर्मा ने मुख्य अतिथि सुनील दत्त शर्मा एल्युमिनाई मीट में शामिल होकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने और उन्हें सफल जीवन का संदेश देने के लिए धन्यवाद किया और इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी पूर्व छात्रों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे भविष्य में भी अपने विश्वविद्यालय, देश प्रदेश का नाम बेहतर कार्यों से रोशन करते रहें। कुलसचिव डॉ. शर्मा ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को बधाई दी और सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं।
इन पूर्व छात्रों ने विभिन्न सरकारी और निजी क्षेत्र में महत्वपूर्ण नौकरियां हासिल की हैं। इसमें हॉस्पिटालिटी व टूरिज्म, बैंकिंग, मैनेजमेंट व कॉमर्स, विज्ञान, शिक्षा, पत्रकारिता, इंजीनियरिंग सेवा और अन्य प्रतिष्ठित पदों के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ शामिल हैं।