आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला| स्नातकोतर महाविद्यालय नाहन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला समरहिल, दयानन्द पब्लिक स्कूल शिमला, राजकीय महाविद्यालय जुखाला, जिला बिलासपुर और शहीद वेद प्रकाश राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बियाचड़ी के लगभग 280 छात्र-छात्राओं ने हिमाचल प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया। इससे पूर्व, छात्रों ने विधानसभा अध्यक्ष से कौंसिल चैम्बर के बाहर मुलाकात की और संसदीय प्रणाली, संवैधानिक व्यवस्था, स्पीकर के पद के महत्व, सदन संचालन और मंत्रीमंडल की शक्तियों पर कई सवाल पूछे,और विधानसभा अध्यक्ष ने इन प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष राजीव पठानियां ने कहा कि यह सुखद पल है कि आज के युवा और छात्र संसदीय प्रक्रिया को समझने के लिए सदन की कार्यवाही को देख रहे हैं, जो भारतीय लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है। उन्होंने इसे लोकतंत्र का सबसे बड़ा मन्दिर बताते हुए कहा कि लोकसभा और विधान सभा से देश की दिशा और दशा तय होती है। पठानियां ने बताया कि संविधान में कानून बनाने का अधिकार केवल संसद और विधानसभा को प्राप्त है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोकसभा और विधानसभा के प्रतिनिधियों का चुनाव सीधे तौर पर करते हैं, जबकि राज्यसभा और विधान परिषद के सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं और हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधायक हैं, जबकि लोक सभा के सदस्य 4 और राज्य सभा के सदस्य 3 हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने छात्रों से अपील की कि वे स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत को याद रखें, क्योंकि उनके बलिदान के कारण ही हम आज़ाद हैं और अपने संविधान के तहत अपने अधिकारों की बात कर सकते हैं। इसके बाद, पठानियां ने छात्रों को सदन की कार्यवाही का अवलोकन करने का निमंत्रण दिया। दोपहर बाद, वह जिला चम्बा के लिए रवाना होंगे, जहाँ भारी वर्षा से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देंगे, पठानियां 1 सितंबर को चम्बा से शिमला लौटकर सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे।