आदर्श हिमाचल ब्यूरो,
शिमला ।7 एचपी (आई) कंपनी एनसीसी शिमला के तत्वावधान में राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. जेपी शर्माऔर संजौली कॉलेज से एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. पूर्णिमा वर्मा की ओर से शनिवार को आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत धरोहर कार्यक्रम राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय के सभागार में आयोजित करवाया गया जिसमें राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान के एनसीसी केडेटों सहित संजौली कॉलेज के एनसीसी केडेटों और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के एनसीसी केडेटों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में 7 एच. पी. (आई) कंपनी एनसीसी की ओर से कमांडिंग ऑफिसर डीआर गार्गी ने बतौर वशिष्ठ मुख्यातिथि शिरकत की वही राजीव गांधी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अनुपमा गर्ग और संजौली कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सीबी मेहता कार्यक्रम में विशेष अतिथि रहे। कार्यक्रम का आगाज़ सरस्वती वंदना व मुख्य अतिथि द्वारा दीपप्रज्जवलित कर किया गया।
एनसीसी केडेटों ने मुख्य अतिथि कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डीआर गार्गी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया व स्मृतिचिन्ह भेंट किया गया वहीं एनसीसी अधिकारियों ने मुख्य अतिथि कर्नल गार्गी के स्वागत में स्वागत-भाषण देकर कॉलेज में एनसीसी की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डीआर गार्गी ने अपने एनसीसी केडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी एक ऐसा संगठन है जो केडेटों में अनुसाशन के साथ-साथ राष्ट-भक्ति और समाज सेवा के लिए युवाओं में जज्जबा भरती है और आदर्श चरित्र-निर्माण का कार्य करती है। कर्नल डीआर गार्गी ने कहा कि युवाओं को अपने राष्ट्र भारत और अपने सूंदर प्रदेश हिमाचल के इतिहास, संस्कृति, आज़ादी के परवानों, सेना के योगदान और शहीदों के जीवन से प्रेरित होकर राष्ट्र-हित और समाजहित में काम करना चाहिए। कर्नल गार्गी ने कहा कि पढ़ाई भी बहुत जरूरी है लेकिन पढ़ाई के साथ आत्मनिर्भर, अनेकता में एकता का भाव, समाज सेवा और राष्ट्रसेवा हर नागरिक का सर्वोपरि धेय्य होना चाहिए। कमांडिंग ऑफिसर डीआर गार्गी ने एनसीसी केडेटों को प्रेरित किया कि भारतीय सेना में अफसर बनकर राष्ट-सुरक्षा, समाज सेवा और मानव सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
कर्नल गार्गी ने कहा कि भारतीय सेना का राष्ट्र-सुरक्षा और हर समय संकटों के बीच अपनी परवाह किए बगैर दुश्मनों से लड़ती है और हमारे कई वीर सैन्य अधिकारियों और जवानों ने शहादत पाकर भारतमाता, अपने राष्ट और अपने नागरिकों की रक्षा की है और करती रहेगी। कर्नल गार्गी ने भारतीय सेना के जवानों व अधिकारियों की विभिन्न युद्धों और आतंकवाद से निपटने में उनके शौर्य की गाथा से केडेटों का अवगत करवाया।
कर्नल गार्गी ने भारतीय सेना के बलिदान, योगदान का नहीं भूलना चाहिए बल्कि नव पीढ़ी को सेना में जाने के लिए प्रेरित करना चाहिए, उन्हें अपने देश, इतिहास, संस्कृति और आदर्श संस्कारों से परिचित करवाना चाहिए ताकि युवा सही दिशा में प्रेरित हों और एनसीसी इस दिशा में बेहतर कार्य कर रही है। इस आज़ादी के अमृत महोत्सव धरोहर कार्यक्रम में एनसीसी केडेटों ने देशभक्ति गीत, युगलगीत, हिमाचली नाटी, पहाड़ी गीत-संगीत, सोलोसोंग, मार्शल-आर्ट और हिमाचली संस्कृति से संबंधित आर्ट प्रदर्शनी और फ़ूडस्टॉल आदि कलाओं पर बखूबी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और मुख्य अतिथि कर्नल डीआर गार्गी ने केडेटों की भूरी-भूरी प्रसंशा की और सभी केडेटों को सेना में अफ़सर बनने के लिए प्रेरित भी किया।
कार्यक्रम के अंत में एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. जेपी शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और मुख्य अतिथि कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डीआर गार्गी, प्रधानाचार्य डॉ. अनुपमा गर्ग, प्रधानाचार्य सीबी मेहता, प्राध्यापकों, एनसी अधिकारियों, सेना के जवानों और एनसीसी केडेटों का कार्यक्रम की शोभा बनाए रखने के लिए धन्यवाद किया। लेफ्टिनेंट जेपी शर्मा ने कहा कि राजीव गांधी कॉलेज में अब इस सत्र से एसएसबी की तैयारी के लिए एनसीसी केडेटों को कोचिंग भी दी जाएगी ताकि वे सेना में अफसर बन सकें।