आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सिरमौर| उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाने और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन हिमाचल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, गोंदपुर, पांवटा साहिब, सिरमौर में किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों, औद्योगिक संगठनों और वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों सहित 65 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एमएसई-क्लस्टर विकास कार्यक्रम (MSE-CDP), एमएसएमई ग्रीनिंग पहल, RAMP योजना और सर्कुलर इकॉनमी आधारित औद्योगिक विकास जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इसी दौरान मुख्य अतिथियों में साक्षी सत्ती, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र सिरमौर; गुर प्यारा, सदस्य सचिव, काला अंब; अशोक पार्थ, सहायक निदेशक, एमएसएमई-डीएफओ सोलन; सतीश के. गोयल, अध्यक्ष, एचसीसीआई; तथा आलोक कुमार, एसआईडीबीआई से शामिल रहे, उन्होंने अपने संबोधन में साक्षी सत्ती ने कहा, “एमएसएमई को क्लस्टर के रूप में संगठित करने की भारत सरकार की पहल बेहद सराहनीय है। हिमाचल प्रदेश में यह कार्यक्रम उद्योग विभाग द्वारा प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है, जो स्थानीय उद्यमों को प्रगतिशील दिशा में ले जाने में सहायक सिद्ध होगा। इस कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने संसाधन दक्षता, उत्पादन में सुधार तथा छोटे व्यवसायों को मजबूती प्रदान करने हेतु अपने सुझाव भी साझा किए। अधिकारियों ने एमएसएमई के लिए उपलब्ध योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और उनके लाभों को समझाया। उद्योग विभाग ने राज्य में एमएसएमई सेक्टर को सशक्त बनाने के लिए निरंतर संवाद, सहयोग और प्रभावी नीति कार्यान्वयन की प्रतिबद्धता दोहराई। विभाग ने प्रदेश को नवाचार और सतत औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर करने के अपने संकल्प को भी दोहराया।