आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर उप-निदेशक, सैनिक कल्याण विभाग, मंडी कर्नल गोपाल सिंह गुलेरिया तथा भूतपूर्व सैनिक लीग मंडी के सदस्यों द्वारा मण्डी जिला के शूरवीर योधाओं को उनके निवास स्थान जाकर उनका कुशल क्षेम जान कर उन्हें सम्मानित किया जा रहा है । इसी कड़ी में गत दिनों 1962 के भारत-चीन युद्ध में उच्चतम शोर्य के लिए महावीर चक्र से सम्मानित गांव डवाहण तहसील कोटली के निवासी सूबेदार कांशी राम तथा उनकी पत्नी को कर्नल गोपाल सिंह तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन मंडी के सदस्यों ने लोक निर्माण विश्राम गृह कोटली में सम्मानित किया तथा उनका हाल-चाल जाना ।
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कर्नल गोपाल गुलेरिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सूबेदार कांशी राम ने 10 अक्तूबर 1962 को अरूणाचल प्रदेश के तवांग सैक्टर में 8 चीनी सैनिकों को मार गिराया था । बुरी तरह जख्मी होने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार अपने साथियों का बचाव करते रहे तथा इस लड़ाई में उन्होंने चीनी सैनिकों के हथियार तक छीन लिए थे । इस युद्ध में उनकी 9 पंजाब रेजिमेंट ने लगभग 450 सैनिक खोए थे।
उन्होंने बताया कि हम सभी के लिए यह गौरव की बात है तथा उन्हें हमारा शत-शत नमन ।