आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंबा। सलूणी के निर्मम हत्याकांड हत्याकांड में आज स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। भारी संख्या में लोगों ने आरोपी के घर की तरफ प्रस्थान किया और आरोपी के घर को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया।
संघणी में गुस्साई भीड़ ने हत्यारोपियों का मकान जला दिया। किहार थाना से संघणी के लिए निकली भीड़ ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस बल के मौके पर पहुंचने से पूर्व ही लोगों की भीड़ तितर-बितर हो गई। गुस्साई भीड़ किहार-लंगेरा मार्ग पर पत्थरों और पैरापिट से रास्ता बंद करती गई।
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इससे पहले वीरवार दोपहर को स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। सलूणी, संघनी, लचोड़ी, किहार बाजार बंद कर दिया गया। आक्रोशित भीड़ जबरदस्ती थाने के गेट खोल थाना परिसर में जा घुसी। उपायुक्त चंबा, पुलिस अधीक्षक समेत पुलिस बल तैनात रहे। आक्रोशित भीड़ को समझाने की भरसक कोशिश की गई
घटना के बाद जिला प्रशासन ने आगामी 60 दिनों तक यानी दो महीनों तक धारा 144 लागू कर दी है। यह आदेश जिला दंडाधिकारी अपूर्व देवगन ने जारी किए हैं। अगर कोई आदेशों की अवहेलना करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। समूचे इलाके को जोड़ने वाली सभी सड़कों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है ।
भांदल पंचायत के मनोहर की निर्मम तरीके से हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े कर बोरी में डालकर ठिकाने लगाने के मामले में मृतक को न्याय दिलवाने के लिए अब जगह-जगह लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए हैं। देवभूमि हिमाचल को अचंभित कर देने वाले भांदल हत्याकांड के नौ दिन बाद भी हत्यारोपियों को सजा नहीं दी गई है।
इससे शासन-प्रशासन से सख्त नाराज चल रहे लोगों ने वीरवार को सलूणी में मुर्दाबाद के नारे लगाए। हत्या में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत फौरी राहत प्रदान करने की आवाज बुलंद की। सलूणी व्यापार मंडल के आह्वान पर पूरा बाजार बंद रखा गया।
व्यापार मंडल के सदस्यों समेत समस्त दुकानदारों ने लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में बैठक की। इसके बाद दुकानदारों और ग्रामीणों के समूह ने नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। वीरवार को समस्त सलूणी उपमंडल में मनोहर हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं, मनोहर के हत्यारों को फांसी दो-फांसी दो, गुंडागर्दी नहीं चलेगी-नहीं चलेगी, तानाशाही नहीं चलेगी-नहीं चलेगी… समेत प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की।
इस दौरान जनसमूह प्रतिनिधिमंडल के रूप में नारेबाजी करता हुआ तहसीलदार सलूणी के कार्यालय पहुंचा। यहां पर तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा गया, जिसमें हत्यारों को फांसी देने और पीड़ित परिवार को फौरी राहत प्रदान करने की लोगों ने अपील की है।