आज़ादी का अमृत महोत्सव पर कनाडा इंडिया फाउंडेशन कोविड महामारी से अनाथ हुए 75 बच्चों को लेगी गोद

0
6
कनाडा इंडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक रितेश मालिक
कनाडा इंडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक रितेश मालिक

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

नई दिल्ली। भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में मनाये जाने बाले आज़ादी का अमृत महोत्सव पर्व पर कनाडा इंडिया फाउंडेशन कोविड महामारी  से अनाथ हुए 75 बच्चों  को गोद लेगी। फाउंडेशन इन सभी बच्चों की शिक्षा, पालन पोषण,  स्वास्थ्य तथा अन्य सभी खर्चे वहन करेगी।

कनाडा इंडिया फाउंडेशन  के राष्ट्रिय संयोजक रितेश मालिक ने बताया की उनका संगठन नवजात शिशु से 17 साल के लड़के-लड़कियों या तीसरे जेंडर के उन बच्चों को गोद लेगा जिनके माता पिता का कोविड महामारी के दौरान निधन हो गया है या व्यापार ठप्प होने, नौकरी गंवा देने या अन्य कारणों से परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है और बच्चों  की शिक्षा-दीक्षा बंद कर दी गई है। 

राष्ट्रीय संयोजक रितेश मालिक ने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के एक परिवार से मात्र एक बच्चे का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा की केवल ग्रामीण पृष्ठभूमि के गरीब परिवारों के बच्चों को सभी भारतीय क़ानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद गोद लिया जाएगा तथा प्रत्येक बच्चे की शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन व अन्य खर्चों के लिए औसतन एक लाख रूपए खर्च करने का प्रावधान रखा गया है, जिसमें से 45 % राशि शिक्षा, 35 % राशि खान-पान  तथा 20 % राशि स्वास्थ्य सहित अन्य खर्चो के लिए आवंटित की गई है। उन्होंने कहा की जरूरत पड़ने पर बजट राशि को बढ़ाया जा सकता है। 

कनाडा इंडिया फाउंडेशन के इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष सौमिल पुरोहित ने बताया कि शुरुआत में बच्चों को उनके मूल स्थानों/ गांवों पर ही शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वह अपने परिजनों/रिश्तेदारों के बीच में रह कर ही प्राकृतिक वातावरण में शिक्षा ग्रहण करें ताकि उन्हें किसी तरह के भावनात्मक विध्न ना झेलना पड़े लेकिन बताया कि मेधावी छात्रों को शहरों के प्रतिष्ठित स्कूलों में भी स्पांसर किया जाएगा ताकि वह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं/खेल कूद र्स्पधाओं में राष्ट्रीय  स्तर पर सक्षम तौर पर मुकाबला कर सकें।

सौमिल पुरोहित ने बताया की गोद लिए बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट जानने के लिए उनका संगठन संबंधित स्कूलों से नियमित रूप से सम्पर्क बनाए रखेगा ताकि बच्चों का सही समय पर सही मार्दर्शन किया जा सके। उन्होंने  शिक्षाविदों, विद्धानों और समाज सेवियों से इस नेक काम को पूरा करने में सहयोग की अपील की।