भाव प्रकाश और आयुर्वेद के अनुसार भांग एक दिव्य औषधि – नोडल अधिकारी

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

आनी।  खंड के प्रधानाचार्यो, मुख्य अध्यापकों  व नोडल अधिकारियों की गूगल मीट शिक्षा उपनिदेशक प्रकाश चंद्र सुकेतिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का प्रारंभ खंड नोडल अधिकारी श्यामानंद ने प्रतिभागियों के अभिनंदन के साथ किया जिसमें कुल 31 प्रतिभागी उपस्थित रहे। बैठक का विषय औषधि के रूप में भांग का संरक्षण या नशे के रूप में इसका उन्मूलन हो इस विषय पर चर्चा का आरंभ करते हुए खंड नोडल अधिकारी ने बताया है कि सुश्रुत संहिता ;भाव प्रकाश और आयुर्वेद के अनुसार भांग एक दिव्य औषधि है इसीलिए इसे इंद्रासन विजया अजय आदि 150 नाम  दिए गए हैं तथा पंच औषधि से बनने वाले सोम के लिए इसको कोहिनूर ऑफ हर्ब बताया बताया गया है ।

   औषधीय पौधे के रूप में यह दर्द निवारक ;टीबी -कैंसर कुष्ठ  और चर्म रोगों के लिए
 रामबाण सिद्ध हुई है तभी विदेशों में आज यह इंडस्ट्रियल; आर्थिक रूप में व्यवहार में है। इसके गहन अध्ययन की आवश्यकता है तथा सजगता के साथ इसके औषधीय गुणों को जानने समझने के साथ नशे के रूप में इसका खंडन किया।
नोडल ऑफिसर कुंदन शर्मा ने नशा मुक्त भारत अभियान 2020- 21 कार्य योजना पर प्रकाश डाला पोविंदर चौहान ने चरस के दुष्प्रभाव; श्याम लाल ठाकुर ने भांग के दुरुपयोग पर प्रकाश डाला। सुनील संख्यान निरीक्षक एसआईटी साइबर क्राइम कुल्लू ने एनडीपीएस एक्ट विचार साझा किए।
     अजय कंबोज राज्य स्रोत व्यक्ति ने एडिक्टेड का रिहैबिलिटेशन कैसे हो तथा जवाहर ठाकुर प्रधानाचार्य राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी ने नशे की चपेट से समाज के संरक्षण के लिए समुचित परामर्श पर बल दिया। खंड पर परियोजना अधिकारी एवं प्रधानाचार्य राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी अमर चौहान ने नशे की चपेट में आए  हर व्यक्ति के साथ सहानुभूति अपनाने तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए आनी खंड की प्रतिबद्धता दोहराई।
    शिक्षा उपनिदेशक निरीक्षण प्रकोष्ठ कुल्लू ने वर्चुअल मीटिंग में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के ज्ञान और नशा मुक्त भारत अभियान के प्रति उनकी प्रति प्रतिबद्धता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जो जज्बा उन्होंने खंड आनी और निरमंड के शिक्षकों में देखा; इससे इस ज्वलंत समस्या के उन्मूलन के अभियान को अवश्य बल मिलेगा। आवश्यकता अब इस ज्ञान को व्यवहार में उतारने की है! जिसके लिए वे मिशनरी भाव से कार्यरत शिक्षकों से अपील करते हैं तथा एक उचित विकल्प के रूप में योग -ध्यान और प्राणायाम अपनाने की भी अनुशंसा करते हैं। उन्होंने प्रधानाचार्यो से अपने विद्यालय का अभिलेख हर समय अपडेट करने तथा नवनियुक्त प्रधानाचार्यो से एक नेतृत्व के भाव से काम करने की भी अपेक्षा की। इस अवसर पर प्रधानाचार्य वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चवाई कुमारी विद्या देवी; प्रधानाचार्य दलाश धर्मपाल प्रधानाचार्य रविंद्र शर्मा; मुख्य अध्यापक खेम सिंह जमवाल खंड के सभी विद्यालय प्रमुख तथा नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।