शिमला : अक्टूबर के पहले सप्ताह में देश में कोरोना संक्रमण की सम्भावित तीसरी लहर शुरू हो जाएगी. इसी दिशा में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर इस दिशा में कड़े कदम उठाने को कहा है, ताकि संभवित तीसरी लहर को नियंत्रित किया जा सके. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
बता दें कि प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार से अलर्ट मिलते ही अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. प्रदेश स्वास्थ्य विभाग संभावित तीसरी लहर को कंट्रोल करने के लिए लगातार सभी जिलों के सीएमओ समेत स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत कर रहा है.
केंद्र से जारी निर्देशों में यह स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार अपनी एसओपी को यथासंभव जारी रखे. इस संबंध में जयराम ठाकुर जल्द कैबिनेट बैठक का आयोजन कर सकते है, साथ ही नए नियमों को भी 1 अक्टूबर से जारी भी कर सकते है ताकि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को रोका जा सके.
उल्लेखनीय है कि हिमाचल में लगातार अभिभावक स्कूल खोलने का दबाव बना रहे हैं, लेकिन जिस तरह से केंद्र सरकार ने तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी कर दिया हैफिलहाल तो स्कूल खुलते नजर नहीं आ रहे हैं.
स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलों के सीएमओ के साथ की बैठक
हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य सचिव अमित अवस्थी ने प्रदेश के सभी जिलों के सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक की है. जिसमें कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा हुई है. बैठक में वैक्सीनेशन की दूसरी डोज पर चल रहे प्रयासों की भी जानकारी सीएमओ द्वारा दी गई है वहीं जिलों में वैंटिलेटर लगाने और अन्य तैयारियों को भी लेकर फीडबैक लिया गया है.
वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों और प्रवासियों के लिए RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है. यदि कोई रिपोर्ट नहीं ला पता है तो ऐसे में 24 घंटे पहले रैपिड निगेटिव रिपोर्ट चाहिए. साथ ही वैक्सीनटीड लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट के आधार पर भी हिमाचल में एंट्री मिल सकती है.
केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देश में यह स्पष्ट किया गया है कि जिस तरह की बंदिशें पहले लगाई गई थी, उन्हीं बंदिशों को आगे जारी रखा जाए. ऐसे में सरकार इन्हीं बंदिशों को आगे जारी रख सकती है और इसमें कुछ और भी जोड़ा जा सकता है, ताकि संक्रमण की तीसरी लहर से हिमाचल को बचाया जा सके. हिमाचल सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रयास है कि तीसरी लहर वो तबाही प्रदेश में न बरपाए जो पहली और दूसरी लहर में हिमाचल ने देखी है और हजारों लोगों की जानें भी उसमें गई हैं.