आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला| मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में भारी वर्षा के चलते हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुखद घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है और जिला प्रशासन को पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की, उन्होंने संबंधित उपायुक्तों से आपदा प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली और सभी आवश्यक व त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने असुरक्षित भवनों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने, क्षतिग्रस्त सड़कों और जल आपूर्ति योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए। राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र के मंत्री केवल राजनीतिक लाभ के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी मंत्रालय की ओर से राहत पैकेज की घोषणा नहीं की गई है, उन्होंने भाजपा नेताओं से प्रधानमंत्री से विशेष वित्तीय पैकेज की मांग करने का आग्रह किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 के पीडीएनए के तहत केंद्र से 1500 करोड़ रुपये में से मात्र 400 करोड़ रुपये ही मिले हैं। वहीं इस वर्ष की आपदा के लिए घोषित 1500 करोड़ रुपये की राशि को लेकर अभी तक स्पष्टता नहीं है कि यह विशेष राहत पैकेज है या किसी योजना के अंतर्गत दी जाएगी।
राज्य सरकार सीमित संसाधनों के बावजूद युद्धस्तर पर राहत व पुनर्वास कार्यों में जुटी है। इस वर्ष की भारी वर्षा ने 2023 की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाया है, पिछले तीन वर्षों में राज्य में विभिन्न आपदाओं के कारण लगभग 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदाओं के कारण कीमती जानें और महत्त्वपूर्ण अवसंरचना जैसे बिजली, जलापूर्ति, सड़कें तथा निजी संपत्तियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जो जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों का संकेत है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मंत्री लगातार प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद रहकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और वह स्वयं भी जिला प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में हैं। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और जानकारी दी कि केवल एचआरटीसी को ही छह करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।