सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि विधायकों की कमेटी ने पता किया कि अगर बजट है तो खोले गए संस्थान कंटीन्यू किए जाए। पता चला कि बजट का प्रावधान भी नहीं था। फिर अधिकारियों को पूछा कि इतने सारे संस्थान की घोषणा क्यों की गई। फिर बताया गया कि विधानसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए खोले गए।
इसे देखते हुए सरकार ने पूर्व कैबिनेट के 9 महीने के फैसले की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जानती थी कि सत्ता परिवर्तन होना है और संस्थान खोलने से जो भी नुकसान होगा, वह कांग्रेस सरकार को उससे निपटना पड़ेगा।गौरतलब है कि पूर्व CM जयराम ठाकुर ने ट्वीट करके कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा था और बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया था।
सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि BJP 2012-17 तक वीरभद्र सरकार को टॉयर्ड और रिटायर्ड लोगों की सरकार कहती थी और खुद जयराम ने अपने चहेतों को पुन: रोजगार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस सरकार ने जनहित में एक्सटेंशन को खत्म करने का निर्णय लिया है।
सुक्खू ने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को बहाल करना हमारी कमिटमेंट है। इस वादे को पूरा किया जाएगा। केंद्र के पास जमा पैसा कर्मचारियों का है। जब हमारी कैबिनेट बन जाएगी। OPS लागू किया जाएगा। जितने हथकंडे अपनाने है, केंद्र अपना लें। हम कर्मचारियों से किया वादा पूरा करेंगे।
सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि हमने अटल टनल का नाम नहीं बदला। हमने सिर्फ यह कहा कि सोनिया गांधी की जो शिलान्यास पटि्टका हटाई गई है, उसे लगाया जाए। कांग्रेस सरकार बदले की भावना से काम नहीं करेंगी। भविष्य में भी भाजपा नेताओं द्वारा जिनके शिलान्यास किए गए, उन्हें हम नहीं छेड़ेंगे।