आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। शिमला नागरिक सभा क्षेत्रीय कमेटी संजौली ने संजौली क्षेत्र में आम जनता को दरपेश समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व अध्यक्ष जगमोहन ठाकुर, सचिव विवेक कश्यप, संयोजक पवन शर्मा, सह-संयोजक अंकित दुबे और पूर्व अध्यक्ष विजेंदर मेहरा ने किया। इस सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि संजौली शिमला शहर का महत्वपूर्ण उपनगर है, जहां छात्र, कर्मचारी, व्यापारी और आम नागरिक बड़ी संख्या में रहते हैं, इसके बावजूद यह क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है।
इस दौरान वक्ताओं ने बताया कि सुबह के समय स्कूली बच्चों को कुत्तों और बंदरों के आतंक का सामना करना पड़ता है। जनवरी से अब तक लगभग 900 लोगों को कुत्तों और बंदरों ने काटा है, लेकिन नगर निगम ने बार-बार के आग्रह और ज्ञापनों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। नागरिक सभा ने चेतावनी दी कि यदि जल्द सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुरूप कुत्तों को उठाकर नसबंदी और टीकाकरण नहीं किया गया, तो संगठन व्यापक आंदोलन छेड़ेगा। इस सभा ने संजौली पुस्तकालय में मूलभूत सुविधाओं की कमी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने मांग की कि पुस्तकालय में बैठने की व्यवस्था बेहतर की जाए, Wi-Fi सुविधा उपलब्ध करवाई जाए और इसे 24 घंटे खुला रखा जाए, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को सुविधा मिल सके।
इसी तरह प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम द्वारा कूड़ा, गार्बेज और हाउस टैक्स में की जा रही लगातार बढ़ोतरी पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सुबह और शाम के समय बसों की कमी के कारण आम जनता को भारी किराया देकर टैक्सी या अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है। सभा ने यह भी आरोप लगाया कि संजौली में नशे के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले एक साल में करीब 10 युवाओं की मौत नशे के कारण हुई, लेकिन प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। महिलाओं की सुरक्षा और किराए पर रहने की व्यवस्था को लेकर भी सभा ने ठोस कदम उठाने की मांग की है।
सभा ने प्रशासन के समक्ष 12 सूत्रीय मांग पत्र रखा, जिसमें प्रमुख मांगे शामिल हैं —
1 कुत्तों और बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाई जाए।
2 संजौली पुस्तकालय में सुविधाएं बढ़ाई जाएं।
3 पानी, हाउस टैक्स और गार्बेज टैक्स में बढ़ोतरी बंद की जाए।
4 नशे के खिलाफ पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
5 ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान किया जाए।
6 रात 12 बजे तक बस सेवा शुरू की जाए।
7 कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए महिला हॉस्टल बनाया जाए।
8 हेरिटेज बस स्टॉप पर वर्षा शालिक का निर्माण किया जाए।
9 स्ट्रीट लाइट और पैदल रास्तों की मरम्मत की जाए।
10 डिस्पेंसरी में पर्याप्त दवाइयों की व्यवस्था की जाए।
11 रेहड़ी-फड़ी वालों को बसाया जाए।
12 शहर में बने ढारों को नियमित किया जाए।
इसी तरह सभा ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द इन मांगों पर कार्रवाई नहीं की, तो नागरिक सभा शिमला शहर में बड़े आंदोलन की तैयारी करेगी। इस प्रदर्शन के दौरान महेश वर्मा, सुनील वशिष्ठ, संजीव खजूरिया, नवीन, मोहन शर्मा, सुशील, कुलदीप तंवर, जितेंद्र, जसवंत, ओम प्रकाश, सत्यवान, संजू, उमा, चंपा, सुरेंद्र वर्मा, वीरेंद्र, राकेश वर्मा, सुरेंद्र स्वर्ण, सतेंद्र, प्रवेश, कृतिका, गोबिंद चीतरांटा, राजकुमार, सुहानी, आयुषी सहित कई लोग मौजूद रहे।
 











