“अस्पताल की सफाई सिर्फ सफाईकर्मियों की नहीं, हर आने-जाने वाले की जिम्मेदारी है” — मेडिकल सुपरिटेंडेंट, AIIMS बिलासपुर

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

बिलासपुर अस्पताल की सफाई सिर्फ सफाईकर्मियों की नहीं, हर आने-जाने वाले की जिम्मेदारी है” — मेडिकल सुपरिटेंडेंट, AIIMS बिलासपुर
AIIMS बिलासपुर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. ______ ने एक संवाददाता से बात करते हुए कहा कि अस्पताल की सफाई व्यवस्था को बनाए रखना सिर्फ एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें हर मरीज, हर परिजन और हर आगंतुक की सक्रिय भागीदारी ज़रूरी है।
उन्होंने बताया, “हमारे अस्पताल में रोज़ सैकड़ों मरीज़ और उनके परिजन इलाज के लिए आते हैं। हम पूरी कोशिश करते हैं कि मरीजों को साफ-सुथरा, सुरक्षित और संक्रमण मुक्त वातावरण मिले। हमारी सफाई टीम शिफ्टों में लगातार काम करती है। लेकिन जब परिजन और आगंतुक जगह-जगह कचरा फैलाते हैं, तो यह सारी मेहनत बेकार हो जाती है।”

डॉ. ______ ने बताया कि अस्पताल के प्रतीक्षालय, सीढ़ियों, कॉरिडोर, और यहां तक कि कुछ वार्डों के बाहर खाने-पीने के सामान के खाली पैकेट, प्लास्टिक की बोतलें, चाय के कप और पुराने कपड़े तक फेंके मिलते हैं। “कुछ लोग बाथरूम की दीवारों को गंदा करते हैं या वहां गीले कपड़े फैला देते हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि इस्तेमाल किए गए मास्क या टिश्यूज़ खुले में फेंक दिए जाते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है,” उन्होंने कहा।

 

उन्होंने आगे बताया कि अस्पताल प्रशासन नियमित रूप से सफाई के लिए विशेष निरीक्षण करता है और जगह-जगह कूड़ेदान भी लगाए गए हैं। बावजूद इसके अगर परिजन सावधानी न बरतें तो अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था बाधित होती है।
“हम यह बात सबको समझाना चाहते हैं कि अस्पताल सिर्फ इलाज की जगह नहीं, बल्कि एक ऐसा वातावरण है जहाँ मरीज़ का मानसिक और शारीरिक रूप से बेहतर महसूस करना बेहद ज़रूरी है। गंदगी न सिर्फ बीमारियों को बढ़ावा देती है, बल्कि मरीज़ के ठीक होने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देती है।”

 

उन्होंने अपील की कि सभी आगंतुक निम्न बातों का ध्यान रखें:
कचरा सिर्फ और सिर्फ निर्धारित डस्टबिन में ही डालें।
बाथरूम, गलियारों और प्रतीक्षालय को गंदा न करें।
अस्पताल परिसर में थूकना या गुटखा/तंबाकू का सेवन करना सख्त मना है।
अगर कहीं गंदगी दिखे तो स्टाफ को तुरंत सूचित करें।
अंत में उन्होंने कहा, “एक अस्पताल तभी पूरी तरह स्वच्छ रह सकता है जब इसमें आने वाला हर व्यक्ति खुद को इसका जिम्मेदार माने। साफ-सुथरा माहौल बनाना और बनाए रखना हम सबकी साझी जिम्मेदारी है।”