मोटे अनाज संतुलित आहार का मुख्य स्त्रोत – डॉ. शांडिल

सोलन में राज्य स्तरीय ईट राईट मिलेटस मेला-2024 आयोजित

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित आहार आवश्यक है और भारत तथा हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले मोटे अनाज संतुलित आहार का मुख्य स्त्रोत हैं। डॉ. शांडिल आज सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय ईट राईट मिलेटस मेला की अध्यक्षता कर रहे थे।

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मेले का आयोजन स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन निदेशालय सोलन द्वारा किया गया।
डॉ. शांडिल ने कहा कि हमारे देश और प्रदेश की जलवायु ज्वार, बाजरा, रागी, कोदा, मडुआ, सावां जैसे मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए सर्वथा उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज न केवल भरपूर ऊर्जा का स्त्रोत हैं अपितु इनके उत्पादन में भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाजों के उत्पादन में जल का उपयोग भी काफी कम होता है।

 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोटे अनाज हमारी लगभग सभी पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। इसीलिए इन्हें ‘सुपर फूड’ के नाम से भी जाना जाता है। मोटे अनाज मानव शरीर की पाचन प्रणाली के अनुरूप हैं। उन्होंने कहा कि इन अनाजों के प्रयोग से हम वर्तमान समय के अनेक रोगों से बचे रह सकते हैं।
डॉ. शांडिल ने कहा कि विश्व के अनेक देश धीरे-धीरे मोटे अनाजों की उपयोगिता समझ रहे हैं और इनका उत्पादन समय के साथ आर्थिक रूप से भी बेहतर बनेगा। उन्होंने कहा कि सभी मोटे अनाजों को लम्बे समय तक बिना किसी रसायन के उपयोग के ठीक रखा जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद हमें ऋतु चक्र के अनुसार भोजन का परामर्श देता है और मोटे अनाज इस आवश्यकता को पूर्ण करते हैं।

 

उन्होंने कहा कि  भागदौड़ के जीवन और जंक फूड पर निर्भरता से हम विभिन्न बीमारियों की ओर बढ़ रहे हैं। इनसे बचाव के लिए स्वस्थ जीवन शैली और संतुलित आहार-विहार आवश्यक है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि देश व प्रदेश में पारम्परिक रूप से उगाये जा रहे मोटे अनाजों को नियमित रूप से अपने भोजन में सम्मिलित करें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य एवं भावी पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए मोटे अनाज का उपयोग ज़रूरी है।

 

उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा मोटे अनाज की उपयोगिता विषय पर स्थापित प्रदर्शनियों का शुभारम्भ एवं अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शित उत्पादों में गहरी रूचि दिखाई।
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर ईट राईट मिलेटस मेला हस्ताक्षर पट्ट पर हस्ताक्षर भी किए।
उन्होंने इस अवसर पर आयोजित बेबी शो प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया ताकि सभी सही खान-पान की उपयोगिता समझ सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी इस दिशा में सघन प्रयास कर रही है।
राज्य स्तरीय ईट राईट मिलेटस मेला-2024 के अवसर पर वॉकाथॉन, स्लो साइकिलिंग, प्रश्नोत्तरी, चित्रकारी, रस्सा-कशी, नारा लेखन और शेफ रेसिपी इत्यादि प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।

 

 

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सम्बद्ध कलाकारों ने लोगों को प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों की जानकारी दी और मोटे अनाज की उपयोगिता विषय पर प्रकाश डाला।
खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, संगीता ठाकुर, ईशा सूद, मनोनीत पार्षद रजत थापा और विजय ठाकुर, ज़िला शिकायत एवं निवारण समिति की सदस्य संधीरा दुल्टा, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, नगर निगम सोलन की संयुक्त आयुक्त डॉ. प्रियंका चन्द्रा, उपमण्डलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, ज़िला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक नरेन्द्र धीमान, खाद्य सुरक्षा विभाग सोलन के सहायक आयुक्त अरुण चौहान, खाद्य सुरक्षा नगर निगम सोलन के सहायक आयुक्त अतुल कायस्था, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति एवं अन्य इस अवसर पर उपस्थित थे।