शिमला : छह माह बाद एक बार फिर से प्रदेश के कालेजों में छात्रों की वापसी होगी. बुधवार से सभी डिग्री कालेजों में फस्र्ट, सेकेंड व थर्ड ईयर छात्रों का ऑफलाइन सत्र शुरू होगा. एक कक्षा में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सिर्फ 50 विद्यार्थियों को ही बैठाया जाएगा. शिक्षा सचिव की ओर से पहले ही सभी प्रिंसीपलों को लिखित निर्देश जारी किए जा चुके हैं. यूजीसी के दिशा-निर्देशानुसार पहली सितंबर से कालेजों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होना है. सभी कालेज प्रिंसीपलों को पहली सितंबर से ऑफलाइन कक्षाएं लगाने को लेकर पत्र जारी कर दिया गया है.
प्राचार्यों ने तैयार किया माइक्रो प्लान, 50 फीसदी क्षमता के साथ छात्र कक्षाओं में करेंगे पढ़ाई
उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से प्रिंसीपलों को हिदायत दी गई है कि विद्यार्थियों को परिसरों में एकत्र न होने दें. कक्षा की क्षमता के हिसाब से 50 फीसदी विद्यार्थियों को भी एक कमरे में बैठाया जाए. विद्यार्थी अधिक होने की सूरत में अन्य कमरों में बैठाकर कक्षाएं लगाई जाएं. बड़े कालेजों में प्रिंसीपलों को विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से टाइम टेबल बनाने की छूट दी गई है. उन्होंने कहा कि कक्षाओं को नियमित आधार पर सेनेटाइज करने के लिए भी कहा गया है. हर कालेज में विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से माइक्रो प्लान बनाया जाएगा. वहीं प्रदेश के बड़े कालेजों में एक दिन छोड़कर विद्यार्थी बुलाए जाने की योजना है. विभाग की ओर से जारी आदेशों में यह भी कहा गया है कि कोई भी छात्र कैंपस में बेवजह न घूमे. यानी की जैसे ही कक्षाएं खत्म होती हंै, उन्हें अपने घर जाना होगा.