आदर्श हिमाचल ब्यूरों
चंडीगढ़। प्रदेश में माफिया गतिविधियों और नशे के प्रसार को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि आतंक फैलाने के लिए गोलियां चलाना हिमाचल की सांस्कृतिक पहचान के विपरीत है और दुर्भाग्यवश यह माफिया राज सत्ता संरक्षित प्रतीत होता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोग पुलिस और सरकारी कर्मचारियों पर भी हाथ उठाने से नहीं हिचक रहे हैं। नशे के प्रसार के सवाल पर उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में चिट्टा मौजूद था, और अब सड़क और बाजार न होने के बावजूद वहां नशे का आतंक फैला हुआ है।
इसी तरह उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सरकार के दौरान नॉर्थ ज़ोन के राज्यों के साथ मिलकर किए गए प्रयासों से सकारात्मक परिणाम मिले थे, लेकिन सरकार बदलने के बाद स्थिति बिगड़ी है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को सुझाव दिया कि इंटर-स्टेट फोर्सेज के सहयोग से बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने चंडीगढ़ प्रेस क्लब के पदाधिकारियों और सदस्यों का धन्यवाद भी किया।











