सेब बहुल इलाकों में भारी बरसात से बिगड़ी सड़कों की हालत, बागवानों को सेब मंडियों तक पहुंचाने में हो रही दिक्कत

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विशेषर नेगी

रामपुर/शिमला। हिमाचल प्रदेश के सेब बहुल इलाको में सेब सीजन रफ्तार पकड़ने लगा है। बागीचो से सेब मंडियों में पहुँचाने का कार्य जोरो पर है लेकिन कई ग्रामीण सम्पर्क सड़को की दशा खराब होने से सेब वाहनों को सेब मंडियों में पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। बरसात के दौरान अधिक बारिश से कच्ची सड़के खराब हो गई है। दलदल के कारण सेब से लदे वाहन कीचड़ में फंस रहे है। ख़ास कर ग्रामीण दूरदराज क्षेत्रों में सड़को की दशा ठीक न होने से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बागवानों को भी सड़कों की दशा ठीक ना होने के कारण सेब ढुलाई किराया अधिक देना पड़ रहा है।

वाहन चालकों का कहना है कि सड़कें ठीक ना होने से वाहनों को नुक्सान हो रहा है। ऐसे में भाड़ा अधिक लेना मज़बूरी बन गया है। दलदल अधिक होने से वाहनों को काफी नुकसान हो रहा है और समय भी अधिक लग रहा हैण् ननखड़ी के खमाडी की शिवानी चौहान ने बताया यहां पर रोड के बहुत ही बुरे हाल है। सेब सीजन पिक पर आते ही हालात खराब होने वाले हैं। जब बारिश होती है तो सड़कों की हालत और खराब हो जाती हैं। वह चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द सड़कों की दशा सुधारे।

ननखड़ी के रहने वाले वाहन चालक संतोष ने बताया कि इन दिनों सेब सीजन पीक पर है। लेकिन रोड की दशा बहुत बिगड़ गई है। टिककर खमाडी सड़क के तो हालात खराब है। सरकार से अनुरोध है कि सीजन में ग्रोवर को भी नुकसान हो रहा है गाड़ियों को भी नुकसान हो रहा है इसे ध्यान में रखते हुए सड़को ही हालत सुधारि जाए। पिकअप चालक अंशुल ने बताया कि सड़कों की दशा बहुत ही खराब है।
सेब लदे वाहन मुश्किल से गुजारने पड़ रहे है।

बारिश के बाद सड़को की हालत बिगड़ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने बताया वे बागवानों की समस्याओ को जानने के लिए सेब बहुल क्षेत्रों का दौरा किया। वे स्वयं भी सेब बागवान है बागवानों की समस्याओ को वे समझते है। सरकार की और से बागवानों को कोई इंतजाम नहीं किये है। उन्हें अपने हाल पर छोड़ा है।