कांग्रेस के संगठन महामंत्री रजनीश किमटा का नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर हमला, कमियां सुधारने में लगेगा समय

कहा, खुद तो कुछ कर नहीं पाए और अब हम कर रहे हैं तो हे रही तकलीफ

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संगठन महामंत्री रजनीश किमटा (फाइल फोटो)
संगठन महामंत्री रजनीश किमटा (फाइल फोटो)
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के महासचिव रजनीश किमटा ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा है की मुख्यमंत्री सिर्फ तीन चार विधानसभा क्षेत्रों का ही दौरा कर पाए हैं और बाकी आर्थिक तंगी की हालत का हवाला देकर शिमला में ही डटे हुए हैं, पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जयराम ठाकुर शायद ये भूल गए हैं कि उनके समय हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय के जो हालात थे और जिस तरह से भ्रष्टाचार के साथ तबादला उद्योग पनपा हुआ था, उसे दुरुस्त करने में समय तो लगेगा ही और यही कारण है कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठकर उन कमियों को दुरुस्त करने का काम कर रहे हैं और देर रात तक लोगों से मिलकर लोगों की समस्याओं का भी हल कर रहे हैं।
 रजनीश किमटा ने कहा कि पूर्व भाजपा की सरकार में तो उस समय के मुख्यमंत्री दिल्ली के ही दौड़ में दिखाई देते थे और महीने में चार पांच पांच बार  उन्हें छोटे-छोटे कामों के लिए भी दिल्ली जाना पड़ता था लेकिन उन्होंने कभी भी डबल इंजन की सरकार वाली फीलिंग  हिमाचल प्रदेश की जनता को नहीं दी थी लेकिन मौजूदा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली दौरे भी कर रहे हैं और दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के लिए बड़े आर्थिक पैकेज को लेकर भी आ रहे हैं जिसका उदाहरण हिमाचल प्रदेश में सड़कों को काम को लेकर जो रफ्तार मिली है और जिस तरह से 1200 करोड़  मुख्यमंत्री पहली ही बैठक में लेकर आए थे उससे उन्होंने अपनी जो इच्छा शक्ति है वह हिमाचल प्रदेश की जनता में जाहिर कर दी थी और उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में घूमकर प्रदेश का विकास नहीं होगा
अगर मुख्यमंत्री कार्यालय मजबूत होगा यहां पर सभी अफसरों की जवाबदेही को तय किया जाएगा और समय के साथ सभी विकास के कामों को पूरा किया जाएगा तभी हिमाचल प्रदेश का विकास होगा और तभी हिमाचल आर्थिक बोझ से भी निकल सकता है.। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू पूरी तरह से इसी नीति को अपनाए हुए हैं और वह बजाय के हिमाचल प्रदेश में इधर-उधर घूमकर हिमाचल प्रदेश के जो अधिकारी जिलों में काम कर रहे हैं और आम जनता को परेशान किया जाए उस से बेहतर है कि शिमला में बैठकर पहले मुख्यमंत्री कार्यालय को मजबूत किया जाए और उसके बाद प्रदेश से बाहर निकल कर प्रदेश के लिए जो आर्थिक पैकेज लेकर आ सकते हैं। उस पर काम किया जाए और उसके साथ फिर हिमाचल प्रदेश का दौरा किया जाए ताकि एक मजबूत खुशहाल और आर्थिक रूप से मजबूत प्रदेश का निर्माण जिसका सपना अगले 10 साल के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू लेकर चले हैं उसे अमलीजामा पहनाया जा सके और मुख्यमंत्री आज उसी नीति पर काम करते दिखाई दे रहे हैं।