आदर्श हिमाचल ब्यूरो
ऊना। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सत्ती ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी डूबता हुआ जहाज है जो लोक सभा में 500 से 50 तक पहुंच गया और अब 30 की ओर अग्रसर है। इसका मतलब जिस पार्टी के 500 सांसद थे आज 30 सांसद ही रह जाएंगे तो ऐसे जहाज में कौन सफर करना चाहेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में राष्ट्र और प्रदेश स्तर पर कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को छोड़, भाजपा का दामन थामा है, यह इसलिए क्योंकि भारतीय जनता पार्टी एक सिद्धांतिक राजनीतिक दल है। अनुशासन भारतीय जनता पार्टी के लिए एक मूल आधार है, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में केवल मात्र भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। आज भी केंद्र सरकार से हिमाचल को 1782 करोड रुपए की राहत राशि हिमाचल प्रदेश को प्रदान की गई और उसमें भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा भ्रष्टाचार, भाई भतीजाबाद को बढ़ावा दिया गया, जिन लोगों को इस राहत राशि की आवश्यकता थी उन तक यह राहत राशि पहुंची ही नहीं और जिनको इस राशि की जरूरत नहीं थी उनको बुला बुलाकर इस राशि को बांटा गया।
उन्होंने कहा की कांगड़ा सीट पर भी कांग्रेस अपने तीसरे विधायक एवं कैबिनेट रैंक रघुवीर सिंह बाली को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही थी। इस पूरे सियासी माहौल के बीच आरएस बाली ने भावुक होकर कांग्रेस हाइकमान को एक पत्र लिखा है। बाली ने पत्र में लिखा है कि ‘मीडिया के माध्यम से बताया जा रहा है कि कांगड़ा लोकसभा से मेरा नाम आया है। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मेरे नाम को लेकर चर्चा की गई है, लेकिन लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर मुझसे अभी तक किसी ने कोई बात नहीं की है। यह मेरे लिए बहुत संवेदनशील विषय है।’ इसका मतलब कांग्रेस पार्टी अपने चुनाव प्रत्याशियों को जबरदस्ती लोकसभा चुनाव में धकेलने का प्रयास कर रही है, विक्रमादित्य सिंह ने कल अपने प्रेस बयान में कहा कि मैंने टिकट मांगी नहीं मुझे दी गई है और मैं चुनाव लड़ूंगा इसका मतलब उनसे भी कोई विचार विमर्श नहीं किया गया और कई कांग्रेस चुनाव प्रत्याशी तो मैदान छोड़कर भाग ही गए। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू आज बीजेपी में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले बिट्टू ने आज दिल्ली में भगवा पार्टी का दामन थाम लिया। कांग्रेस से भाजपा में आवागमन का क्रम जारी है।
उन्होंने कहा की 2007 के उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी ने यहां से दो बार पहले चुनाव लड़ चुके रामलाल ठाकुर को चुनाव में उतारा था, लेकिन वह हमारे भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से 80059 मतों से हार गए थे। वहीं, कांग्रेस ने 2008 में हुए उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बदलते हुए ऊना से ओपी रतन पर दांव खेला, लेकिन पार्टी को कामयाबी हासिल नहीं हुई। ओपी रतन 174666 मतों के अंतर से पराजित हुए। 2009 के लोकसभा के आम चुनावों में कांग्रेस ने उस समय कांग्रेस में शामिल हुए भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री जगदेव ठाकुर के पुत्र नरेंद्र ठाकुर को अनुराग ठाकुर के विरुद्ध चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन पूरे देश में यूपीए के पक्ष में माहौल होने के बावजूद अनुराग ठाकुर ने नरेंद्र ठाकुर को 72732 मतों से हरा दिया। कांग्रेस को 2014 के चुनावों में 98403 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। 2019 मेंं कांग्रेस के रामलाल ठाकुर यह चुनाव 399572 मतों से हार गए। इस बार फिर हमारा संकल्प है कि हम हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिलाएंगे और यहां से अपने प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को 5 लाख से अधिक मतों की लीड देकर जीतेंगे।