शिमला: हिमाचल प्रदेश अपने चुनावी साल में प्रवेश कर चुका है इस वर्ष के अंत तक प्रदेश में आम विधानसभा चुनाव होने तय है वही इसको देखते हुए प्रदेश के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयारियों में जुट चुके हैं चुनावी खेल हालांकि शुरू हो चुका है और दोनों दल अंक बटोरने लग गए हैं आज कांग्रेस ने एक बड़ा दांव खेलते हुए प्रदेश में काम कर रहे कर्मचारियों और अन्य वर्गों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। जबकि ठेकेदारी प्रथा को खत्म सीधी भर्ती की जाएगी और आउटसोर्स पर लगे सभी कर्मियों को नियमित किया जाएगा।
कांग्रेस हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने शिमला में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा सरकार ने कर्मचारियों का शोषण किया है। बीजेपी सरकार कर्मचारी विरोधी है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर ओपीएस बहाल की जाएगी। आउटसोर्स भर्ती को बंद कर सीधी भर्ती की जाएगी। आउटसोर्स पर सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। वन्ही उन्होंने घोषणा की की है कि करुणामूल्क आश्रितों को भी नौकरी दी जाएगी। वन्ही उन्होंने कहा कि भाजपा राज में लोग महंगाई से त्रस्त है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम है बावजूद इसके पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। जनता महंगाई का जवाब आगामी चुनावों में देगी और भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी।
ओ पी एस की बहाली और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करने का मुद्दा इस बजट सत्र के दौरान काफी ज्वलंत रहा एक और इसको लेकर राजधानी में धरना प्रदर्शन भी हुआ तो कांग्रेस ने भी भाजपा पर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शनकारियों का साथ दिया हालांकि उस दौरान भी कांग्रेस ने कहा था कि सत्ता में आते ही कांग्रेस ओ पी एस को बहाल कर देगी अब ऐसे में चुनाव घोषणा भी कर दी गई है अब देखना दिलचस्प होगा कि इसका कांग्रेस को कितना लाभ होता है।