सोलन: पड़ोसी राज्यों की तुलना में हिमाचल में पेट्रोल सबसे सस्ता है, जबकि सस्ते डीजल के मामले में तो हिमाचल देश भर में टॉप पर है। जहां देश के कई गैर बीजेपी शासित राज्यों में पेट्रोल आज भी 110 रुपये से ऊपर है वहीं हिमाचल और अन्य राज्यों में डीजल की कीमत में भी 17 रुपये का अंतर आ चुका है। यह बात जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष योगेश कुमार भरतिया ने कही। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल में एक्साइज ड्यूटी पर कटौती करने के फैसले का स्वागत किया।
जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद पेट्रोल करीब साढ़े 9 रुपये और डीजल के दाम में करीब 7 रुपये की कमी आई है। इस फैसले के बाद के बाद प्रधानमंत्री जी ने स्वयं कहा कि हमारे लिए हमेशा लोग सबसे पहले हैं।
योगेश कुमार भरतिया ने कहा कि पिछले साल नवंबर में भी केंद्र सकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। इस फैसले के बाद सबसे हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाया था, लेकिन कांग्रेस और अन्य पार्टियां द्वारा शासित सरकारों ने वैट नहीं घटाया। योगेश कुमार भरतिया ने कहा कि डीजल के दाम में भारी कटौती होने के बाद ढुलाई की कीमतें भी कम होंगी।
जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के फैसले से आज हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में पंजाब और चंडीगढ़ के मुकाबले पेट्रोल और डीजल सस्ता है। यही नहीं, इसकी तुलना अगर देश के अन्य गैर बीजेपी शासित राज्यों से करें तो अन्य राज्यों में हिमाचल की तुलना में लोगों को पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर 16 से 17 रुपये तक ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।
यह इसलिए क्योंकि कांग्रेस शासित सरकारें जनता हितों को लगातार नज़रअंदाज कर रही हैं। जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष योगेश कुमार भरतिया ने कहा कि कांग्रेस और अन्य पार्टी की सरकारों को भी तुरंत अपने यहां वैट में कटौती करनी चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके।