आदर्श हिमाचल ब्यूरो
कुल्लू: उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने जिला की विभिन्न ग्राम पंचायतों में ज्ञान केन्द्रों की स्थापना एवं इनके बेहतर संचालन में योगदान करने वालों को नागरिक सेवा पुरस्कार प्रदान किये। नागरिक सेवा प्रशस्ति पत्र ग्राम पंचायत प्रीणी, कराडसु, गाहर, माण्डलग्रह, जिंदौड़, बनोगी, सुचैनण, दुशहर, ब्रो, जलुग्रां के प्रधानों के अलावा डीआरडीए के परियोजना अधिकारी सुरजीत ठाकुर, उपायुक्त कार्यालय के दीपक शर्मा, पकंज, योनिश व कमलेश को प्रदान किये गए हैं।
जिला परिषद सभागार में आज सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने भाग लिया। पंचायत प्रधानों ने उनकी पंचायतों में स्थापित किये गए ज्ञान केन्द्रों में प्रदान की जा रही सुविधाओं और ढांचागत सुविधाओं के सृजन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि जिला की ग्राम पंचायतों में ज्ञान केन्द्रों की अवधारणा के पीछे ग्रामीण युवाओं को तथा सभी आयुवर्ग के लोगों को अध्ययन के लिये एक ऐसा उपयुक्त मंच उपलब्ध करवाना था जहां पर इण्टरनेट क्नेक्टिविटी हो तथा प्रतियोगी परीक्षाओं सहित विभिन्न प्रकार की पाठन सामग्री उपलब्ध हो। आरंभ में 11 ग्राम पंचायतों में पुस्तकालयों की स्थापना की गई और अब लगभग 25 ग्राम पंचायतों में ज्ञान केन्द्र खोलने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
उन्होंने कहा कि पंचायतों में ज्ञान केन्द्रों के लिये 15वें वित्तायोग के अलावा कन्वर्जेन्स में तथा स्थानीय तौर पर निधि का सृजन प्रधान अपने स्तर पर करके इन केन्द्रों को बेहतर व सुविधाजनक बना सकते हैं। उन्होंने ज्ञान केन्द्रों में शौचालयों व इंटरनेट की सुविधा पर विशेष बल दिया। उन्होंने इनके बेहतर संचालन के लिये स्थानीय तौर पर समिति गठित करने की जरूरत पर भी बल दिया।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि उत्कृष्ट ज्ञान केन्द्रों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिला स्तर पर तीन लाख, दो लाख व एक लाख रुपये के इनाम प्रदान किये जाएंगे। इसके लिये मानदण्ड तैयार करके संबंधित ज्ञान केन्द्रों को उपलब्ध करवा दिये गए हैं।
जलुग्रां के प्रधान देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि ज्ञान केन्द्र के लिये पंचायत के लोगों ने स्वेच्छा से धनराशि दान की जिससे एक मजबूत ज्ञान केन्द्र स्थापित करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि ज्ञान केन्द्र की क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। ब्रो ग्राम पंचायत की प्रधान शशी कटोच ने कहा कि उनकी पंचायत में 615 वर्गमीटर का हॉल ज्ञान केन्द्र के लिये बनाया गया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिये धार्मिक पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई हैं, वहीं युवाओं के लिये प्रतियोगी पुस्तकें ज्ञान केन्द्र में उपलब्ध हैं।
उन्होंने उपायुक्त के विजन को धरातल पर उतारने का आश्वासन दिया। सेऊबाग के गौरव उपाध्याय ने बताया कि वह पिछले साल स्नातक हुए हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं जिसके लिये ज्ञान केन्द्र बहुत लाभकारी सिद्ध हो रहा है। गौरव ने कहा कि शहर की पुस्तकालय में बैठने के लिये जगह नहीं मिलती और निजी संस्थानों में मासिक एक हजार रूपये फीस देनी पड़ती थी जिससे अब निजात मिली है।
अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रशांत सरकैक ने भी बहुमूल्य सुझाव दिये।