सूखे से निपटने के लिए उपायुक्त ने विभिन्न विभागों को जारी किए दिशा निर्देश

 

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। गर्मी के मौसम में सूखे जैसे हालात से निपटने के लिए उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने विभिन्न दिशा निर्देश जारी किए हैं। इस संबंध में शनिवार को उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बर्फबारी कम होने का कारण पेयजल में कमी और जंगलों में आग लगने जैसी घटनाएं बढ़ने का अंदेशा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए उन्होंने अधिकारियों को मुस्तैद रहने और आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा।

 

उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिला में पानी की कमी वाले क्षेत्रों की पहचान की जाए। साथ ही पानी को टैंकर के माध्यम से लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए उपमंडल स्तर पर दरें तय करने को भी कहा गया है। पानी के टैंकरों को भरने के लिए स्त्रोत चिन्हित करने, खराब पड़े हैंडपंप को ठीक करने, सभी विभागीय योजनाओं के पेयजल स्त्रोतों को स्वच्छ करने, पानी के टैंकरों को साथ कर्मी की नियुक्ति करने जैसे अहम आदेश अधिकारियों को जारी किए गए हैं।

 

इसी तरह अग्निशमन और वन विभाग के अधिकारियों को फायर हाइड्रेंट की स्थिति जांचने, मुरम्मत करने, अग्निशमन से संबंधित उपकरणों को दुरुस्त करने, आग के लिए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने, फायर टेंडर को फिर से भरने के लिए जल स्त्रोतों की पहचान करने के आदेश भी उपायुक्त ने जारी किए हैं।

 

कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों को किसानों को सूखे से होने वाले नुक्सान का आकलन करने के लिए भी तत्पर रहने के निर्देए दिए गए हैं। किसानों बागवानों के लिए सूखे से निपटने के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। फसल बीमा सहित अन्य सभी एहतियात कदम उठाने के लिए उपायुक्त ने अपील की है जिससे सूखे का कम से कम प्रभाव किसानों-बागवानों पर पड़े।

 

उपायुक्त ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, पुलिस विभाग, पशुपालन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सूखे से निपटने के लिए विभागीय स्तर पर हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था राहुल चौहान, उप मंडल अधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता, उपमंडल अधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत कुमार व अन्य अधिकारीगण और कर्मचारी उपस्थित थे।