आदर्श हिमाचल ब्यूरों
ऊना। उपायुक्त जतिन लाल ने प्रधानमंत्री केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना की प्रगति और लाभार्थी बच्चों की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता की, यह बैठक जिला बाल संरक्षण कार्यालय के सौजन्य से आयोजित की गई। इस बैठक में उपायुक्त ने लाभार्थी बच्चों से सीधे संवाद किया और उनकी आवश्यकताओं एवं समस्याओं के बारे में जानकारी ली, उन्होंने कहा कि बच्चों का सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर भविष्य सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की मुस्कान ही प्रशासन की वास्तविक सफलता है और उनके समग्र विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि यह योजना उन बच्चों के लिए शुरू की गई है, जिनके माता पिता कोविड-19 महामारी के दौरान मृत्यु हो गए। इस योजना के तहत प्राथमिक से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को प्रति वर्ष 20,000 रुपये की छात्रवृत्ति तथा अनाथ बच्चों को प्रति माह 4,000 रुपये पॉकेट मनी सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है। ऊना के चार बच्चों को इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत किया गया था, जिनमें से तीन बच्चों को अब मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना में स्थानांतरित किया गया है, जिससे उन्हें और व्यापक संरक्षण एवं सहयोग मिलेगा। इस बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह सहित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।











