आदर्श हिमाचल ब्यूरो
कुल्लू। आखिर देवेंद्र नेगी ने एक बार फिर अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। एक बार फिर उन्होंने दिग्गजों को जमीन सुंघाई है। यही नहीं, जनता से कौन जुड़ा है, उसका भी प्रमाण दे दिया है। जी हां, बात हो रही है कुल्लू जिले के निरमंड ब्लाक के सबसे चर्चित जिला परिषद वार्ड बाड़ी की।
इस सीट पर पूर्व बीडीसी अध्यक्ष व पूर्व जिला परिषद सदस्य देवेंद्र नेगी का मुकाबले भाजपा के जिला महामंत्री मंत्री जोगिंद्र शुक्ला, कांग्रेस के क्षेत्र के दिग्गज व एपीएमसी कुल्लू-लाहौल स्पीति के पूर्व अध्यक्ष यूपेंद्रकांत मिश्रा के अलावा हिलोपा से आनी विधानसभा का चुनाव लड़ चुके नंद लाल से था। देवेंद्र नेगी ने इन सबको धूल चटाते हुए न केवल चुनाव जीता, बल्कि अपनी जनता के बीच पैठ को भी साबित किया है। इस चुनाव में देवेंद्र नेगी भाजपा समर्थित जोगिंद्र शुक्ला को 17 सौ से अधिक मतों से करारी शिकस्त दी। कांग्रेस नेता यूपेंद्रकांत मिश्रा तीसरे स्थान पर खिसक गए।
जिला परिषद के चुनाव में देवेंद्र नेगी भाजपा से इस सीट से प्रबल दावेदार थे और स्थानीय भाजपा नेताओं ने भी पार्टी को अवगत करवा दिया था कि बाड़ी जिला परिषद सीट से केवल मात्र देवेंद्र नेगी ही सीट निकाल सकते हैं, लेकिन भाजपा हाईकमान ने स्थानीय नेतृत्व को अनसुना कर उन पर प्रत्याशी थोप दिया। पार्टी ने इस सीट से भाजपा के कुल्लू जिला के महामंत्री जोगिंद्र शुक्ला को समर्थन दिया, लेकिन जनता को देवेंद्र नेगी को जिताकर इसका जवाब दिया।
उधर, कांग्रेस की बात करें तो यूपेंद्रकांत मिश्रा उम्मीदवार थे और वे पूर्व कांग्रेस सरकार के समय एपीएमसी कुल्लू व लाहौल-स्पीति के अध्यक्ष थे। इस चुनाव में जनता ने उन्हें भी आईना दिखा दिया। वहीं, हिलोपा से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके नंद लाल भी जिला परिषद चुनाव में उतरे और जनता ने उन्हें भी अपनी ताकत दिखा दी। कुल मिलाकर देखा जाए तो जनता ने उन्हें चुना, जो उनसे सीधे जुड़ा था और देवेंद्र नेगी इन सभी पर न केवल भारी पड़े, बल्कि नेगी ने अपने राजनीतिक कौशल व सूझबूझ का भी परिचय दिया।
पहले हरा चुके हैं बुद्धि सिंह ठाकुर को
2017 में किशोरी लाल को जिताने में भी निभाई अहम भूमिका
निरमंड ब्लाक के बायल गांव से ताल्लुक रखने वाले देवेंद्र नेगी के राजनीतिक सफर की बात करें तो वे वर्ष 2000 से 2005 तक बीडीसी निरमंड के अध्यक्ष रहे हैं। इसके बाद वे 2005 से 2010 तक जिला परिषद सदस्य चुने गए थे। उस चुनाव में देवेंद्र नेगी का मुकाबला तत्कालीन जिला परिषद अध्यक्ष व मौजूदा जिला कांग्रेस अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर से हुआ था और ठाकुर को नेगी ने 3500 वोटों के अंतर से मात दी थी।
वर्ष 2017 में देवेंद्र नेगी ने क्षेत्र के 20-25 प्रधानों और सैंकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन की और उसका लाभ 2017 में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी किशोरी लाल को भी मिला और वे छह हजार से अधिक मतों से विजयी रहे। देवेंद्र नेगी जिला परिषद का पिछला चुनाव लड़ने के बाद फिर 10 साल तक चुनावी राजनीति से दूर रहे, लेकिन पूरे निरमंड ब्लाक में जनता के बीच बराबर सक्रिय रहे। उनकी इस सक्रियता का असर इस बार के जिला परिषद के चायल वार्ड में भी देखने को मिला, जहां से कुल्लू जिला कांग्रेस अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर को हार का सामना करना पड़ा। बुद्धि सिंह पूर्व में जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं और 2005 में देवेंद्र नेगी से हारे थे।