बरसात के मौसम में मधुमेह रोगियों को रखना होगा अपना खास ख्याल, नहीं तो बढ़ सकती है दिक्कतें

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डायबिटीज (फोटो फोटो)
डायबिटीज (फोटो फोटो)

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

 

शिमला।  बरसात का मौसम शुरू हो चुका है । यह मौसम हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण माना जाता है। बरसात अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लेकर आती है, इसमें सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों के लिए होता है जो पहले से ही कई तरह की बीमारियों के शिकार हैं। ऐसे में जो लोग डायबिटीज के शिकार हैं उन्हें इस मौसम में अपने सेहत का बहुत ही ख्याल जरूरी है।

 

डॉक्टर कहते हैं, जैसे-जैसे मौसम बदलता है, मधुमेह के मरीजों के लिए खतरा बढ़ जाता है। तापमान में उतार-चढ़ाव, प्रदूषण और दूषित जल-जनित बीमारियों का जोखिम अधिक हो सकता है।  इसलिए जरूरी है कि आप ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें और मानसून में होने वाली बीमारियों से बचाव करते रहें।

 

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बरसात के दिनों में बैक्टीरिया और वायरस के कारण संक्रमण होने का खतरा अन्य मौसमों की तुलना में अधिक होता है। ऐसे में यदि आपका ब्लड शुगर अधिक रहता है तो आपमें संक्रामक रोगों के होने का जोखिम भी अधिक हो सकता है। वातावरण में नमी के कारण, फंगल संक्रमण और त्वचा में होने वाली समस्याएं जैसे दाद, त्वचा पर चकत्ते और जलन का खतरा अधिक रहता है।

 

डायबिटीज रोगियों में पहले से ही इम्युनिटी की समस्या होती है। इसलिए बचाव करते रहना बहुत जरूरी है। मधुमेह से पीड़ित लोगों में पैरों में संक्रमण और अल्सर होने का खतरा अधिक होता है। यदि इसका इलाज नहीं किया जाता है या यदि संक्रमण लंबे समय तक रहता है, तो यह डायबिटिक न्यूरोपैथी नामक स्थिति को जन्म दे सकती है।

 

 

इस मौसम में कैसे रखे अपना ख्याल , जानिए…… 

बरसात के मौसम आपको सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहना चाहिए। इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले उपाय करते रहना बहुत आवश्यक है जिससे संक्रामक रोगों के जोखिम को कम किया जा सके।

  • स्वस्थ आहार का पालन करें, आहार में फलों-सब्जियों, इम्युनिटी बढ़ाने वाले मसालों को शामिल करें।
  • अच्छी गुणवत्ता वाले जूते पहनें, जिससे पैरों में संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सके।
  • बाहर का खाना खाने से बचें, इससे पेट में संक्रमण या टाइफाइड जैसी बीमारियों का खतरा रहता है।
  • मच्छरों से बचाव करें, पूरी आस्तीन के या शरीर को अच्छे से ढकने वाले कपड़े पहनें।
  • नियमित व्यायाम जरूर करें और शरीर को हाइड्रेट रखें।

 

आदर्श हिमाचल लेख में जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।