कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्षों पर हो अनुशासनात्मक कार्रवाई…सत्य प्रकाश ठाकुर

पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर उतरे राठौर के पक्ष में, कहा.... कुलदीप राठौर ने एक माला में पिरोया है कांग्रेसियों को

सुक्खु और कौल सिंह बताएं उनके नेतृत्व में मंडी लोस की 16 सीटें क्यों हारी, पार्टी एकजुट तो पूर्व अध्यक्षों के पेट में दर्द क्यों

कुल्लू। प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब पूर्व में बागवान मंत्री एवं गांधीवादी नेता सत्य प्रकाश ठाकुर भी इस घमासान में उतर आए हैं। पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर ने कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर का पक्ष लेते हुए पूर्व दो अध्यक्षों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सत्य प्रकाश ठाकुर ने यहां प्रेस क्लब कुल्लू में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है तो दो पूर्व अध्यक्षों के पेट में दर्द क्यों उठ रहा है। उनका कहने का अर्थ था कि अपने समय में तो यह दोनों पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस को एकजुटता में नहीं ला सके लेकिन अब जब विपक्ष मजबूत है तो इन दोनों अध्यक्षों को पार्टी को कमजोर करने की क्या आवश्यकता पड़ी।
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उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद प्रदेश को कुलदीप सिंह  राठौर के रूप में एक सिद्धांतवादी अध्यक्ष मिला है और लंबे समय के बाद ही प्रदेश कांग्रेस में सभी कांग्रेसियों को एक माला में पिरोने का काम किया है। इस समय सत्ता पक्ष भी कांग्रेस की मजबूती से घबरा रहा है और कांग्रेस ने जो घोटाले उजागर किए हैं उससे सत्तापक्ष तिलमिला रहा है। बावजूद इसके दो पूर्व अध्यक्षों ने लक्ष्मण रेखा लांघी है और उन पर निश्चित तौर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है और एकजुट रहेगी।
कांग्रेसी सिद्धांतवादी है और उनका केंद्र में सोनिया गांधी व प्रदेश में कुलदीप राठौर पर विश्वास हैं। उन्होंने कहा कि जब सुखविंद्र सिंह सुक्खु अध्यक्ष थे तो मंडी से एक भी सीट क्यों नहीं ला पाए। यही नहीं मंडी लोकसभा की भी 16 सीटें हार गए,अपने विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस की हालत खराब हुई। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह प्रदेश के युग पुरूष हैं और उनका सम्मान हर पार्टी के लोग करते हैं। उन्होंने कहा कि सुक्खू के समय में 180 कांग्रेसियों को पार्टी से बाहर कर दिया गया था लेकिन इस समय दोनों अध्यक्षों का तरीका ठीक नहीं था।
पहले अध्यक्ष को सूचित किए बिना बैठक की और फिर जानबुझकर मीडिया को खबर लीक की। उन्होंने कहा कि उनकी इस हरकत से प्रदेशभर के कांग्रेसियों में उनके प्रति आक्रोश है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में कई बार राजनीति से मन उब जाता है भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है। मोदी से लेकर आम कार्यकर्ता तक देश के उन नेताओं को गाली दी जा रही है जिन्होंने देश की एकता व अखंडता के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू,इंदिरा गांधी,महात्मा गांधी व राजीव गांधी को नीचा दिखाना भाजपाई देशभक्ति मानते हैं और जो इनके खिलाफ खड़ा होता है उसे देशद्रोही की संज्ञा दी जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है और कांग्रेस की एकजुटता देख भाजपा के नेता भी घबरा रहे हैं ऐसे में कांग्रेस के सभी नेताओं को एकजुट होना चाहिए और भाजपा की कमियों को जनता के समक्ष रखना चाहिए ताकि आगामी चुनावों में भी कांग्रेस को मजबूती मिल सके। कुलदीप राठौर एक सशक्त नेता है और उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने भाजपा के कई कमियों को उजागर किया है। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व में रहे अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को पार्टी के हित में कार्य करना चाहिए और एकजुटता का परिचय देना चाहिए। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग का घोटाला भी सामने आया और नतीजा रहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा और अभी तक उन्हें कोई अध्यक्ष नहीं मिल पाया है। सुक्खू को अगर किसी बात को लेकर कोई विचार है तो उसे पार्टी के
समक्ष रखना चाहिए ताकि कांग्रेस की मजबूती बनी रह सके।

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