आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मानसून सेशन के तीसरे दिन हिमाचल विधानसभा में हिमाचल से ताल्लुक रखने वाली बालीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की सुरक्षा मसले पर कुछ देर के लिए सदन का मौहाल गर्म हो गया। जहां भाजपा विधायक कंगना रनौत की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे तो वहीं विपक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के अंदर पेश किए गए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर यहां चर्चा नहीं हो सकती। यहां इस मामले पर दोनों पक्षों में कुध देर के लिए बहस भी हुई। हालांकि कांग्रेस विधायक राम लाल ठाकुर ने कहा कि मामला अदालत में है लेकिन सुरक्षा की दष्टि से सभी ने चिंता जताई।
इससे पहले भोजनवाकाश के बाद विधायक होशियार सिंह ने प्वाइंट आफ आडर्र के तहत मामला उठाया कि मुम्बई में कंगना के कार्यालय को बीएमसी ने तोड दिया है। उनकी सुरक्षा को खतरा है। प्रदेश सरकार व केन्द्र सरकार ने सुरक्षा मुहैया करवाई है लेकिन महाराष्ट की सरकार को इस मामले पर आग्रह किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में है जहां से फैसला आने से पहले ही बीएमसी ने अपनी कार्रवाई कर दी और कार्यालय को तोड दिया जोकि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि वहां पर कांग्रेस की गठबंधन सरकार है लिहाजा कांग्रेस को भी बात करनी चाहिए। वहां विधानसभा में कंगना के खिलाफ प्रीवलेज मोशन भी लाया गया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार कंगना के साथ है। कंगना हिमाचल की बेटी है और उन्होंने बालीवुड में हिमाचल का नाम चमकाया है। वह हिमाचल का गौरव हैं। उनके पिता ने कंगना की सुरक्षा स चिंतित होकर लिखा था जिसपर वाई प्लस सिक्योरिटी राज्य सरकार व केन्द्र सरकार ने मुहैया करवाई है। उनका यहां पर टैस्ट भी किया गया जिन्हें मुम्बई जाना था। अब सूचना मिली है कि मुम्बई मंे उनका दफतर तोड दिया गया है जोकि निंदनीय है। हिमाचल सरकार कंगना के साथ है जिनको मुम्बई में धमकी दी गई है। वह उम्मीद रखते हैं कि महाराष्ट सरकार इस मामले का समाधान निकालेगी।
विधायक राम लाल ठाकुर ने इसे कानूनी मसला बताया और कहा कि मामले पर यहां चर्चा नहीं हो सकती है जिसपर सीएम ने कहा कि हमारा मकसद उनकी सुरक्षा से जुडा है ना कि अदालत के मामले में हस्तक्षेप करने से। विधायक कर्नल इन्द्र सिंह ने भी चिंता जताई वहीं गोबिंद सिंह ठाकुर ने भी इसे गंभीर मामला बताया। विपक्ष के नेता मुकेश ने कहा कि कांग्रेस विधायक का मकसद यह नहीं था। हम भी कंगना की सुरक्षा चाहते हैं और इसपर जो हो सकेगा करेंगे।
विधायक जगत सिंह नेगी इस बीच अपने क्षेत्र का मसला उठाने लगे जिसपर सत्तापक्ष भडक उठा। सीएम ने भी उन्हें गुस्से से देखा जिसपर परमार ने मामले में बीच बचाव किया और इसके बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ा आगे बढी।