असत्य पर सत्य की विजय का भी प्रतीक हैं दशहरा, शिक्षा मंत्री ने दी प्रदेशवासियों को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं

0
8

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

कुल्लू। शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेशवासियों, विशेषकर कुल्लू जिला के लोगों को अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
अपने संदेश में गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरा बुराई की अच्छाई पर जीत का प्रतीक है। देशभर में इसे पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। असत्य पर सत्य की विजय का भी प्रतीक हैे दशहरा। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। शुभ तिथि होने के कारण इस दिन लोग नया कार्य प्रारंभ करते हैं। शस्त्र-पूजा और वाहन पूजा की जाती है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी जैसे अवगुणों को छोड़ने की प्रेरणा हमें देता है। आश्विन शुक्ल दशमी को मनाया जाने वाला दशहरा यानी आयुध-पूजा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि भारतवर्ष मे दशहरा उत्सव समाप्त हो रहा है लेकिन यहां देवभूमि कुल्लू में भगवान रघुनाथ के आगमन के साथ ही दशहरा उत्सव आरंभ हो रहा है। भगवान रघुनाथ की भव्य रथयात्रा व अद्भुत देव समागम हमें यहां सचमुच देवभूमि का अहसास करवाता है और यहां की बहुत ही प्राचीन व समृद्ध लोक संस्कृति से परिचय करवाता है। उन्होंने कहा कि ‘मैं बधाई देना चाहता हूं समस्त कुल्लूवासियों को, जिन्होंने इस लोक संस्कृति और दिव्य देव संस्कृति को आज भी जिंदा रखा है।’
दशहरा पर्व को यहां अंतर्राष्ट्रीय लोक नृत्य उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। लेकिन इस बार कोविड-19 के संकट के जारी रहने से दशहरा उत्सव के स्वरूप को विल्कुल सूक्ष्य किया गया है। इस बार सांस्कृतिक संध्याएं नहीं की जा रही हैं और न ही व्यापारिक गतिविधियां। लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए केवल परम्पराओं का निर्वहन मात्र किया जा रहा है। मुझे खुशी है कि सभी लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया है।
गोविंद ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शहर व बाजारों की ओर रूख न करें, बल्कि श्री रघुनाथ जी की रथयात्रा को घर बैठे अपने मोबाईल अथवा टीवी पर देंखे। घर से बाहर निकलते ही फेस कवर अथवा मास्क को लगाना न भूलें। सामाजिक दूरी का भी ख्याल रखें।