आदर्श हिमाचल ब्यूरो
धर्मशाला, फैजाबाद-चम्बा संसदीय क्षेत्र में 57 प्रतिशत से अधिक पात्र बुजुर्गों और अल्पसंख्यकों ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी जिम्मेदारी रखी है। जिला इलेक्ट्रॉनिक्स अधिकारी हेमराज बैरवा ने बताया कि मेमोरियल-चंबा संसदीय क्षेत्र में तीन दिन में कुल 5 हजार 768 हजार रुपए ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपना वोट डाला है। जिसमें 85 वर्ष से अधिक आयु के 4180 बुजुर्ग लोग, 1579 अविवाहित और 9 आवश्यक सेवाओ के कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घर से वोटिंग का विकल्प वाले बुजुर्ग और अल्पसंख्यकों ने अपनी जिम्मेदारी को लेकर तीन दिन में ही साढ़े पांच हजार से ज्यादा वोट डाल दिए हैं।
कहाँ-कितना मतदान
हेमराज बैरवा ने बताया कि 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग और इलामिन वोटरों के घर से मतदान की परंपरा के तहत अब तक नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में 225, इंदौरा में 551, मुजफ्फरपुर में 534, ज्वाली में 471, जावली में 471, जावली में 596, जयसिंहपुर में 472, 488 में रिज़ॉर्ट, 230 में नगरोटा, 317 में शाहपुर, 289 में शाहपुर, 278 में रिज़ॉर्ट, पालमपुर में 217, और 258 में बजाजनाथ में रिज़ॉर्ट ने अपनी फ्रैंचाइज़ी को प्रयोग किया है। वहीं चोरी में 211, चंबा में 206, डलहौजी में 187 और भटियात में 238 लोगों ने अपने घरों से वोट डाले हैं।
29 तक जारी रहेगा अभियान, जनसंख्या संख्या
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि डाक मतपत्र से वोट डलवाने के चुनाव आयोग के अभियान के पहले तीन दिन में ही मोबाइल पोलिंग नतीजों में 57 प्रतिशत से अधिक 5768 जिला से मतदान हुआ है। उन्होंने बताया कि पात्र बुजुर्ग और गैर-बराबरी के घर से वोट डलवाने का अभियान 29 मई तक जारी रहेगा। इस पोखरियाल में चुनावी आयोग द्वारा 151 रिकॉर्ड घर-घर दस्तक दे रही हैं। जिससे आने वाले दिनों में इस संख्या में विभाजन होगा। उन्होंने बताया कि चंबा-समुदाय संसदीय क्षेत्र में वोट वाले पोर्टल की कुल संख्या 10091 है। जिसमें 7102 बुजुर्ग, 2623 विज्ञापन और 366 आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी शामिल हैं।
सत्य स्वयं कर रहे निरीक्षण, कहा…घर से मतदान को लेकर वोट जा रही पूरी विश्वसनीयता
बता दें, जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा स्वयं इस पूरी प्रक्रिया का अवलोकन कर रहे हैं। जहाज़ कलेजे से वे जहाज़ी क्षेत्र में औचक रूप से कुछ बुजुर्ग पुस्तकालयों के घराने मतदान प्रक्रिया की पूरी व्यवस्था की जांच की। उन्होंने कहा कि प्रशासन के लिए सबसे आसान वोटिंग सुनिश्चित करना जरूरी है। चुनाव आयोग के निर्देश- निर्देश दें कि उपयोगकर्ता घर से मतदान को लेकर पूरी तरह से चुनाव लड़ें। मोबाइल पोलिंग वोटिंग की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जा रही है। उनका कहना है कि वे खुद घरों में बिक्री प्रक्रिया की जांच कर रहे हैं और छात्रों का स्मारक ले रहे हैं।