आदर्श हिमाचल ब्यूरों
मंडी| प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन की घटनाओं के चलते मंडी जिला की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है। 9 मील (पंडोह) क्षेत्र के पास स्थित 132 केवी डबल सर्किट (विजनी–लारजी–कागू) एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज लाइन का टावर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। यह लाइन मंडी स्थित 132/66/33/11 केवी बिजनी उपकेंद्र और विद्युत मंडल मंडी की प्रमुख आपूर्ति स्रोत थी।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता विद्युत मंडल मंडी, ई. राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में मंडी मंडल को वैकल्पिक रूप से शानन–बिजनी 66 केवी लाइन तथा 33 केवी रत्ती–मेडिकल कॉलेज–बडसू–बिजनी लाइन के माध्यम से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। हालांकि, लवांडी नाला (बिजनी के समीप) क्षेत्र में जारी भूस्खलन और पेड़ों के गिरने की घटनाओं के कारण शानन–बिजनी लाइन बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं को अस्थायी विद्युत कटौती का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 132 केवी लाइन की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और विभाग इसे लगभग एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का प्रयास कर रहा है, विभाग की प्राथमिकता उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
इस दौरान ई. राजेश कुमार ने मंडी शहर सहित मझवार, गुटकर, बेहना, सौली खड्ड, तल्याहड़, केहनवाल, गोखरा, साइग्लू, कोटली, भरगांव, बीर, बारी, बिजनी, दरंग धनोग, छिपनु, खलियार, पुरानी मंडी, जेल रोड, टारना, सेरी बाजार, मंगवाई, कटिंडी, कमांद, कटौला, बागी, बाथेरी और आईआईटी कमांद सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बिजली का उपयोग केवल आवश्यक कार्यों तक ही सीमित रखें, ताकि सीमित संसाधनों के बीच सभी क्षेत्रों को समान रूप से आपूर्ति संभव हो सके।