आस्था: गगरेट में हर्षोल्लास से मनाई गई बगलामुखी जयंती

सुबह तड़के से ही मंदिर में लगी रही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें

सुबह तड़के से ही मंदिर में लगी रही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें
सुबह तड़के से ही मंदिर में लगी रही भक्तों की लंबी-लंबी कतारेंसुबह तड़के से ही मंदिर में लगी रही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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बिलासपुर। मां बगलामुखी के दर्शन करने के लिए लग गईं सबसे पहले मंदिर परिसर में माता जी की पूजा अर्चना के बाद 21 हवन कुंडों में हवन यजमानों के द्वारा मां बगलामुखी के मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चारण के बाद डाला और इसके पहचात भागवत कथा पुराण के कथावाचक कृष्णा भारद्वाज (मंण्डी वाले) कृष्ण भगवान की महिमा के बारे में वर्णन किया और बताया कि कलयुग में प्रभु सिमरन ही सच्चा सौदा है जिसे जितना हम लोग उच्चारण करेंगे उतनी ही हमे संसारिक बंधनों से हमें मुक्ति मिलेगी द्वारा कथा के समापन पर केक काटा गया । भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया जिस में आए हुए हजारों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

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बगलामुखी जयंती के समारोह में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी राकेश शर्मा ने और देवीलाल ने विशेष रुप से शिरकत की इस धार्मिक समारोह मे गणमान्य व्यक्तियों को मंदिर के महंत आचार्य मयूर मेहता और आचार्य रमन मेहता द्वारा स्मृति चिन्ह माता की चुनरी और प्रसाद देकर सम्मानित किया अपने संबोधन में मंदिर के महंत अचार्य मयूर शास्त्री ने इस बगलामुखी जयंती के पर्व के महत्व के बारे में बताया कि कलयुग में मां बगलामुखी जी का खास महत्व है जो व्यक्ति विधिवत मां बगलामुखी जी की आराधना करता है उसे किसी भी प्रकार का शत्रु भय और धन हानि नहीं हो सकती। उन्होंने कहां की हम लोगों को ऐसे धार्मिक सम्मेलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए ताकि हमारी और हमारे बच्चों की आस्था एवं निष्ठा धर्म के प्रति बढ़ती रहे इस अवसर पर सहित कई लोग म उपस्थित थे।