आदर्श हिमाचल ब्यूरो
आनी। अथिति देवो भवः की परम्परा के लिए विख्यात हिमाचल प्रदेश में जहाँ मेहमान को देव तुल्य मानकर उन्हें पूरा सम्मान दिया जाता है। वहीं देवता स्वयं भी अपने भक्तों के घर मेहमान आते हैं और अमुक भक्त देवता के सम्मान में जात्र यानी देव मेले का आयोजन करते हैं और देवता के गुर झाढ़े के द्वारा लोगों के कष्टों का निवारण करते हैं। इसी कड़ी में बन्जार क्षेत्र के आराध्य देवता श्रृंगा ऋषि इन दिनों भक्तों की मान्यता पर आनी क्षेत्र के दौरे पर हैं। मंगलवार को देवता श्रृंगा ऋषि अपने दिव्य रथ में सवार होकर देव वाद्य यंत्रों की थाप पर पूरे लाव लश्कर के साथ अपने सेंकड़ों देवलुओं संग आनी पहुंचे. जहाँ सर्वप्रथम भक्त एडवोकेट लग्नेश वर्मा व उनके परिवार ने देवता का अपने निवास पर भव्य स्वागत किया।
उसके बाद मंदिर कमेटी आनी ने देवता का देव परंपरा अनुसार भव्य स्वागत किया। मंदिर कमेटी प्रधान वीरेंद्र मल्होत्रा व सचिव ज्ञान शर्मा. व्यापार मंडल के प्रधान विनोद चंदेल. उप प्रधान फकीर चन्द वर्मा तथा धर्मेंद्र गुप्ता व भारत भूषण गुप्ता व ललित शर्मा.नवल ठाकुर. विकास भारद्वाज. रिंकू सूद.इंद्र दत्त भारद्वाज सहित अन्य कई सदस्यों ने देवता श्रृंगा ऋषि की पूजा अर्चना कर उनका भव्य स्वागत किया। जबकि आनी बाजार में पधारने पर भक्त संजय शर्मा व उनके परिवार. वीरेंद्र मल्होत्रा व उनके परिवार.तथा राधे श्याम व उनके परिवार ने देवता की पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना कर उन्हें फूल मालाएं अर्पित कीं। भक्तों ने उनके स्वागत में देवलुओं के लिए शीतल पेय. मिष्ठान तथा चाये वितरित की। देवता श्रृंगा ऋषि के मोहते विनय डोगरा ने बताया कि देवता भक्तों की मान्यता के अनुसार पिछले 10 जून से आनी क्षेत्र के दौरे पर हैं। जो जाबन क्षेत्र में भक्त जय सिंह. हँस राज. व जीवत राम के घर अतिथि की परंपरा का निर्वहन कर. मंगलवार को आनी बाजार होते हुए कराना गाँव के दौरे पर जात्र के लिए निकले। देवता हर जगह लोगों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद दे रहे हैं। विनय डोगरा ने बताया कि देवता श्रृंगा ऋषि कलयुग के साक्षात देवता हैं. जिनकी ख्याति दूर दूर तक व्याप्त है।डोगरा ने बताया कि देवता करीब एक सप्ताह के बाद अपने देवालय लौटेंगे।