सिरमौर: नाहन शहर के यशवंत विहार में एक नामी हाइपरमार्ट में नकली नमक पर की गई कार्यवाही के बाद जिला खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के द्वारा बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया है. आज वीरवार 23 सितंबर को खाद्य सुरक्षा सहायक आयुक्त डॉक्टर अतुल कायस्थ की टीम के द्वारा सिंगला हाइपरमार्ट में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. विभाग की टीम में करीब 7 लोग शामिल रहे जिसमें फूड सेफ्टी ऑफिसर फूड एनालिस्ट राहुल देव तीन अटेंडेंट तथा एक चालक भी शामिल रहा. बड़ी बात तो यह थी कि इस छापेमारी को अंजाम देने से पहले सहायक आयुक्त के द्वारा मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन भी मौके पर बुलाई गई थी.
टीम के द्वारा सुबह करीब 8:30 और 9:00 के बीच छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान हाइपरमार्ट से करीब 23 सैंपल मौके पर ही टेस्टिंग के लिए उठाए गए. जिसमें गुड़ शक्कर मसाले भी तेल नमक हल्दी मिर्च चीनी शहद देसी घी, तथा पैक्ड मिठाइयां भी शामिल थी. हालांकि सहायक आयुक्त की देखरेख में फूड एनालिस्ट राहुल देव द्वारा जांचे गए खाद्य पदार्थों के सैंपल में सभी रिपोर्ट सही आई. मगर मिठाई में में स्टार्स की मात्रा पाई गई. इसके अलावा 8 ऐसे सैंपल उठाए गए जिन पर संदेह व्यक्त किया जा रहा था. जिसमें टाटा का नमक रॉक साल्ट तथा सिंथेटिक फूड कलर व कलर शुगर फैक्ट्री सहित इलायची दाना भी शामिल था. इन खाद्य वस्तुओं के उठाए गए सैंपल में शॉप तथा इलायची दाना जो कि अनक्लेमद था और उसे विभाग के द्वारा मिस ब्रांड कैटेगरी में सीज किया गया है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के द्वारा करीब 5 घंटे तक की गई गहन जांच में बहुत सी वस्तुएं सब्सटेंडर्ड भी पाई गई. इसी दौरान टीम के द्वारा ब्रेड क्रंब्स के करीब 1 दर्जन से अधिक पैकेट जप्त कर लिए गए. बता दें कि इन ब्रेडक्रंब्स में सैकड़ों कीड़े रेंग रहे थे. छापामार टीम के द्वारा इन ब्रेड क्रंब्स को सीज कर मामला अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दर्ज कर दिया गया है. बताना जरूरी है कि यह वही सिंगला हाइपरमार्ट है जिसमें टाटा की एक जांच एजेंसी के अधिकारी द्वारा जिला सिरमौर पुलिस के सहयोग से छापेमारी की गई थी. जिसमें करीब 50 बड़े बैग नकलीटाटा नमक के जप्त किए गए थे. मामला अंतर्गत कॉपीराइट एक्ट 63 में दर्ज कर आगामी कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया गया था. सवाल तो यह भी उठता है कि जब टाटा कंपनी के जांच अधिकारी ने पुलिस को सूचना दी तो इसके साथ-साथ उन्होंने जिला के खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अधिकारियों को क्यों नहीं सूचना दी.
उधर सिंगला हाइपरमार्ट के ओनर राकेश सिंगला का कहना है कि जिस दिन टाटा का नमक लिया गया था मैं दुकान पर नहीं था. मैंने दुकान पर कार्य करने वाले अपने कर्मी से नमक के बिलों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बिल नहीं दिए हैं. जिसके बाद मुझे शक हुआ और मैंने नमक को सेल के लिए नहीं रखा. मगर इसी दौरान टाटा की ओर से हमारी मार्ट में छापेमारी की गई. जिसमें शील्ड पैकेट बरामद किए गए थे. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कोई गहरी साजिश रची गई है.
वही खाद्य सुरक्षा सहायक आयुक्त डॉ अतुल कायस्थ ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उनकी टीम के द्वारा मौके पर ही 23 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए. जिनमें अधिकतर ब्रांडेड आइटम मोबाइल टेस्टिंग लैब की जांच में सही पाए गए. इसके अलावा ब्रेड क्रंब्स में कीड़े पाए गए थे उन्हें सीज कर आगामी कार्यवाही की जा रही है. इसके अलावा कई ऐसी आइटम मिली है जो अनक्लेमद है मिस ब्रांडेड केटेगरी में उन्हें रखकर मामला बनाया जा रहा है. कुछ ऐसी आइटम है जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा.
बरहाल अब यदि जो भी खाद्य पदार्थ सीज किए गए हैं उनकी गुणवत्ता में अधिक कमी पाई जाती है या वह सब स्टैंडर्ड तथा अनसेफ पाए जाते हैं तो निश्चित तौर पर फूड स्टैंडर्ड एंड सेफ्टी एक्ट के तहत अलग-अलग धाराओं में हाइपरमार्ट पर कार्यवाही की जा सकती है.