आदर्श हिमाचल ब्यूरो
कुल्लू : सड़कें पर्वतीय क्षेत्रों की भाग्य रेखाएं कही जाती है और इस बात को तरजीह देते हुए प्रदेश सरकार ने पिछले चार सालों के दौरान प्रदेश के गांवों को सड़कें पहुंचाकर बेहतर क्नेक्टिविटी प्रदान करने का बड़ा काम किया है। यह बात शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज कुल्लू विधानसभा के अंतर्गत दोगरी में राजकीय उच्च विद्यालय को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्त्तरोनयन का विधिवत शुभारंभ करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि दुबकन-फलाण सड़क का कार्य 4.50 करोड़ की लागत से प्रगति पर है और इस सड़क के बनने से क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत दोगरी-समाण सड़क का कार्य जारी है और इस पर 1.04 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। इसी तरह नागुजोहड-माशन थाच सड़क को पांच करोड़ की लागत से पक्का करके क्षेत्रवासियों को बेहतर सड़क मार्ग की सुविधा प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाल शांलग के भवन निमार्ण के लिये 1.19 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है और जल्द ही भवन का निर्माण पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डुगीलघ के भवन का निर्माण कार्य 2.43 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति पर है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। बीते सवा चार सालों के दौरान जिला में अनेकों स्कूलों को अपग्रेड किया गया है जबकि अनेक नये स्कूल खोले गये हैं ताकि बच्चों को घर-द्वार के समीप शिक्षा सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि जे.बी.टी. की भर्ती की जा रही है। इसके लिये कमीशन पहले ही हो चुका है लेकिन मामला उच्च न्यायालय से क्लीयर होते हुए सभी स्कूलों को अध्यापक उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आए दिन अनेकों स्कूलों को अपग्रेड किया जा रहा है और कहीं न कहीं पर पद रिक्त होना स्वाभाविक हो जाता है लेकिन सरकार कमीशन की प्रक्रिया को पूरा करके इन पदों को भरने के लिये हर समय प्रयास कर रही है। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यक्ति के विकास की मूलभूत आवश्यकता है और इससे व्यक्ति का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होता है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश की जनता को तीन बड़े तोहफे प्रदान किये हैं। इनमें सरकारी बसों में महिलाओं को किराये में 50 प्रतिशत की छूट, ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त पेयजल तथा 125 यूनिट तक बिजली को मुफ्त किया गया है। इससे प्रदेश के 11 लाख विद्युत उपभोक्ता परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदेशवासियों के कल्याण तथा हर क्षेत्र के विकास के लिये अनेकों योजनाओं को धरातल पर उतारकर प्रत्येक व्यक्ति को लाभान्वित किया है।
गोविंद ठाकुर ने स्थानीय देवता परिसर की सराय के लिये अपनी ओर से पांच लाख रुपये की राशि तथा मां फुंगणी देवी सराय परिसर के लिये तीन लाख रूपये की राशि की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र की शेष मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने इस अवसर पर क्षेत्र की अनेक मांगे मंत्री के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि बहुत से स्कूल वन भूमि पर बने हैं और वन विभाग से यह भूमि शिक्षा विभाग के नाम की जानी चाहिए ताकि स्कूल भवनों को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेशवासियों के लिये हिमाचल दिवस के मौके पर दी गई विभिन्न रियायतों को ऐतिहासिक बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्कूल के स्त्तरोन्यन के लिये मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि बच्चों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें जमा एक व दो के लिये दूर स्कूलों में नहीं जाना पड़ेगा।
स्कूली छात्र-छात्राओं ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।
राज्य महिला आयोग की सदस्या मंजरी नेगी ने महिलाओं के लिये प्रदेश सरकार की अनेक योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने लोगों से हिमकेयर योजना के तहत पंजीकरण करने के लिये भी लोगों से आग्रह किया।
एसडीएम विकास शुक्ला, उपनिदेशक उच्च शिक्षा शांति लाल शर्मा, मण्डलाध्यक्ष ठाकुर चंद, राष्ट्रीय खाद्य आपूर्ति निगम के सदस्य अमित सूद, स्थानीय पंचायत प्रधान रीना देवी, महिला मोर्चा मनाली की अध्यक्ष बिमला ठाकुर, किसान मोर्चा उपाध्यक्ष अरविंद चंदेल, महामंत्री जगदीश, जिला परिषद सछस्य गुलाब चंद सहित पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।