कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प को नया बूस्ट देगा जी20 शिखर सम्मेलन

20 देशों के मेहमान 18 अप्रैल को पहुंचेंगे धर्मशाला, हिमाचली परंपरा के अनुरूप होगा स्वागत-सत्कार 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला। इसी हफ्ते धर्मशाला में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन से हिमाचल को दुनिया भर में ब्रांडिंग करने का एक बेहतर अवसर मिला है। यह सम्मेलन मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के संकल्प को और आगे बढ़ाने में मददगार होगा। लिहाजा, प्रदेश की सुख की सरकार इसे हर तरह से यादगार बनाने में जुटी है। बता दें, 19-20 अप्रैल को होने वाले इस सम्मेलन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर चर्चा के लिए विभिन्न देशों के 70 प्रतिनिधि धर्मशाला आएंगे। हिमाचल में उनके प्रवास को यादगार बनाने के लिए तमाम प्रबंध किए गए हैं। साथ ही उन्हें हिमाचल और कांगड़ा की ऐतिहासिक धरोहर, विरासत, संस्कृति, खानपान, कला, हैंडीक्राफ्ट से भी रूबरू करवाया जाएगा, ताकि वे यहां की समृद्ध संस्कृति की नई तस्वीर अपने संग सहेज कर साथ ले जाएं। स्पष्ट है भविष्य में इसका सीधा लाभ हिमाचल के पर्यटन उद्योग को भी मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि हिमाचल को जी20 की मेजबानी मिलना प्रदेश की सुख की सरकार पर केंद्र के भरोसे और मुख्यमंत्री की धारदार कार्यशैली और कार्यकुशलता का परिणाम है। अपार प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की उपलब्धता की दृष्टि से जी20 बैठक के आयोजन के लिए धर्मशाला बेहतर शहर है।

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जी20 सम्मेलन में ‘रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग‘ विषय के तहत नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा होगी। जी20 सम्मेलन के आयोजन के लिए होटल रेडिसन ब्लू को चिन्हित किया गया है। सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे विभिन्न देशों के साइंटिस्ट, नीति-निर्माता और विशेषज्ञों का 18 अप्रैल को कांगड़ा हवाई अड्डे पर हिमाचली परंपरा के अनुरूप स्वागत-सत्कार किया जाएगा। साथ ही उन्हें सिड्डू तथा अन्य हिमाचली पकवान और एप्पल टी, विश्व प्रसिद्ध कांगड़ा टी जैसे पेय का जायका उपलब्ध करवाया जाएगा।
19 अप्रैल को दिन में तकनीकी सत्र होंगे, वहीं रात्रि में मेहमानों के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एचपीसीए में ‘गाला डिनर’ का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री मेहमानों को हिमाचली टोपी-शॉल के अलावा कांगड़ा पेंटिंग्स देकर सम्मानित करेंगे। इस दौरान प्रदेश की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखाने के लिए विविध सांस्कृतिक नृत्य एवं संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी रहेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, सिरमौर, किन्नौर और चंबा जिले की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
20 अप्रैल को आयुष विभाग के सौजन्य से योग सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसके उपरांत प्रतिनिधि धर्मशाला व आसपास के स्थानों का भ्रमण करेंगे। धर्मशाला के नरघोटा में चाय बागानों का दीदार करने के साथ ही बागान में चाय की पत्तियां चुनने का अनुभव भी लेंगे। मान टी फैक्टरी में चाय की प्रोसेसिंग जानने के साथ ही चाय के विविध फ्लेवर्स का टेस्ट भी लेंगे। उसके उपरांत वे कांगड़ा कला संग्रहालय में हिमाचली कला-संस्कृति और शिल्प से रूबरू होने के साथ ही लाईव कांगड़ा पेंटिंग का भी अनुभव ले सकेंगे।
सम्मेलन स्थल पर आईएचबीटी पालमपुर और कृषि विश्वविद्यालय द्वारा साइंस-प्रौद्योगिकी के नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई जाएगी, वहीं हथकरघा-हस्तकला से जुड़े उत्पादों के प्रदर्शनी व बिक्री काउंटर भी लगाए जाएंगे। डेलीगेट्स यदि चाहें तो उन उत्पादों को खरीद भी सकेंगे। इसके लिए यूपीआई आधारित भुगतान की व्यवस्था रहेगी।
जी20 में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया,रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाईटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित करने को संकल्पबद्ध हैं। ऐसे में जी20 समूह के प्रतिनिधियों को यहां आगमन बहुत उत्साहवर्धक है। यह दुनिया भर में प्रदेश की ब्रांडिंग का शानदार मौका है। सरकार का प्रयास है कि सम्मेलन में आने वाले मेहमान यहां से प्रदेश की एक अच्छी छवि लेकर जाएं।