आदर्श हिमाचल ब्यूरो
करसोग। क्षेत्र के भयाल गांव में सोमवार दिन के समय आग लगने से लकड़ी से बनी पक्की स्लेटपोश गौशाला और पशुचारे के लिए रखी घास जल कर राख हो गई। हालांकि गौशाला में बंधे मवेशियों को ग्रामीणों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। स्थानीय निवासी केसर सिंह ने बताया कि सोमवार दिन को लगभग 3 बजे के करीब चेत राम पुत्र चूनी लाल गांव भयाल की लकड़ी से बनी स्लेटपोश गौशाला में अचानक आग लग गई। इससे पास ही पशुचारे के लिए रखी घास की लगभग एक हजार पुलियां भी जलकर राख हो गईं।
घटना का पता चलते ही आसपास के लोगों ने गौशाला में बंधे मवेशियों को कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला, जबकि आग की तेज लपटों पर काबू नहीं पाया जा सका। देखते ही देखते गौशाला राख हो गई। गौशाला गांव के बीचोंबीच होने से ग्रामीणों ने आग पर पानी डालते हुए आग बुझाने की पूरी कोशिश की। वहीं अग्नि शमन विभाग ने मौके पर पंहुच कर आग को बुझाया।
स्थानीय ग्रामीणों व पूर्व वार्ड मेंबर केसर सिंह आदि ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि चेत राम को उचित मुआवजा दिया जाए। इधर घटना की सूचना मिलने पर हलका पटवारी कजौण ने घटनास्थल का मौका कर लिया है तथा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने पर विभागीय उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी। उसके बाद ही प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा।