आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, राष्ट्रपति निवास, शिमला में हिंदी पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह सायं संस्थान के पूल थिएटर में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक प्रो. हिमांशु कुमार चतुर्वेदी ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में टेगोर अध्येता प्रो. ओम प्रकाश शर्मा उपस्थित रहे। इस समारोह का शुभारंभ स्वागत एवं संचालन से हुआ, जिसके उपरांत प्रो. शर्मा ने अपने संबोधन में हिंदी भाषा को भारतीय संस्कृति की आत्मा बताते हुए इसे केवल संप्रेषण का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता व सांस्कृतिक चेतना का वाहक बताया है। निदेशक प्रो. चतुर्वेदी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में हिंदी पखवाड़े के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रशासनिक, शैक्षणिक और शोध कार्यों में हिंदी का समुचित प्रयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने संस्थान में राजभाषा के व्यापक प्रयोग को सुनिश्चित करने का संकल्प दोहराया तथा सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अध्येताओं को इस दिशा में प्रेरित किया।
इस समारोह के दौरान पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं हिंदी निबंध, वाद-विवाद, टंकण, स्वरचित कविता पाठ, अनुवाद, टिप्पणी/प्रारूप लेखन तथा प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक एवं सरकारी कार्यों में हिंदी में मौलिक टिप्पण एवं प्रारूप लेखन करने वाले 10 कर्मचारियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसी तरह मुख्य विजेताओं में अश्वनी राव, चंद्रकला, केसर सिंह, प्रोमिला, देवेंद्र सिंह, नवीन हरनोट, सूरज प्रकाश, देवराज शर्मा, संजय कुमार, गुरजीत कौर, रंजना, बंदना कुमारी, हेमराज शर्मा, कुलभूषण शर्मा, गोपाल सिंह, रजनी, दीपक शर्मा, सुरेन्द्र रामोला, प्रीतम सिंह, अशोक भटोइया, ओम प्रसाद, नीरज शर्मा, दया राम, शारदा देवी तथा अमन वर्मा आदि शामिल हैं। इस कार्यक्रम का संचालन राजभाषा सचिव एवं जनसंपर्क अधिकारी अखिलेश पाठक ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के सचिव मेहरचंद नेगी द्वारा प्रस्तुत किया गया।