हल्द्वानी: तराई केंद्रीय और तराई पूर्वी वन प्रभाग क्षेत्र से लगे हाथी कॉरिडोर क्षेत्र से गुजरने वाले हाथियों को अब रेलवे ट्रैक और हाईवे को पार नहीं करना पड़ेगा। पूर्व में ट्रेन से कटकर कई हाथियों की मौत के बाद वन विभाग अब हाथियों के गुजरने वाले रास्ते पर फ्लाईओवर का निर्माण कराएगा, जिससे कि भविष्य में हाथियों की मौत ट्रेन से कटकर नहीं होगी। हाथियों का झुंड हाईवे पर नहीं पहुंचेगा।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग और तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ लालकुआं स्थित हाथी कॉरिडोर क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों वन डिविजन के अंतर्गत हाथियों के आवागमन में आड़े आ रहे राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल मार्ग पर फ्लाईओवर बनाने पर चर्चा की गई। फ्लाईओवर बनने से भविष्य में हाथियों की मौत ट्रेन और वाहनों से टकराकर नहीं होगी।
गौरतलब है कि लालकुआं से पंतनगर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो रहा है, जहां हाथी कॉरिडोर क्षेत्र में भी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण होना है। ऐसे में वन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण कर हाथी कॉरिडोर क्षेत्र में हाथियों के रास्ते को कैसे ठीक किया जाए, जिससे कि हाथियों के रास्ते में किसी तरह का कोई बाधा ना उत्पन्न हो।
केंद्रीय वन प्रभाग डीएफओ वैभव कुमार ने बताया कि हाथी कोरिडोर क्षेत्र में पूर्व में ट्रेन से कटकर कई हाथियों की मौत हो चुकी है। ऐसे में अब वन विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे के साथ संयुक्त रुप से बैठक कर हाथियों के आवागमन के रास्ते में किसी तरह का कोई अवरुद्ध पैदा ना हो। इसको देखते चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के निर्देश पर कार्रवाई शुरू की गई है। पूर्व में भी इसको लेकर करवाई हुई थी लेकिन कुछ अड़चनें आ रहीं थीं। ऐसे में अब नए सिरे से इस परियोजना की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।