आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला ।हिमाचल गवर्नमेंट कॉलेज टीचर एसोसिएशन (एचजीसीटीए) ने एक छात्र संगठन के छात्रों व बाहर से आये उनके सहयोगियों द्वारा संजौली कॉलेज में वरिष्ठ प्रोफेसर, प्रिंसिपल व महिला स्टाफ के साथ की गई बदसलूकी और अनुशासनहीन्ता का कड़ा विरोध किया है और पुलिस से बाहरी तत्वों के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की माँग की है।
एचजीसीटीए के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ निखिल सारटा व सह-सचिव चंद्र वर्मा ने कहा कि यदि इस प्रकार से छात्र और बाहर से आये उनके सहयोगी कॉलेज में ज़बरदस्ती घुस कर अध्यापकों और प्रशासन को डराने -धमकाने का कार्य करेंगे तो उससे शैक्षणिक माहौल तो बिगड़ेगा ही साथ में गुरु- शिष्य की समृद्ध भारतीय परंपरा का भी पतन होगा और शिक्षकों का भी महाविद्यालय में अपना कार्य करना असंभव हो जायेगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व संजौली महाविद्यालय में छात्रों ने हंगामा किया था जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ़ से प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज की गई है।
डॉ.निखिल सारटा ने सरकार से माँग की है कि बदलते परिवेश में कॉलेज के शिक्षकों को भी डॉक्टरो की तर्ज़ पर एक सुरक्षा क़ानून की आवश्यकता है, क्योंकि हाल के वर्षों में छात्रो की सोच और मानसिकता में भारी बदलाव आया है और उनके अशाहिष्णुता बड़ी है, जिस कारण कभी भी किसी शिक्षक के हाथ कोई अप्रिय घटना घट सकती है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के कॉलेज प्रोफेसर अपने साथियों के साथ खड़े है और यदि आरोपियों पर जल्द और उचित कार्यवाही नहीं हुई तो हम आगामी रणनीति पर भी विचार करेंगे।