आदर्श हिमाचल ब्यूरों
मंडी| जिले में लगातार जारी भारी बारिश और भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी से कुल्लू के बीच बार-बार सड़क बाधित हो रही है। इस प्राकृतिक आपदा के बीच स्थानीय प्रशासन और जनता के संयुक्त प्रयास सराहनीय साबित हो रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाली के लिए जिला व स्थानीय प्रशासन कई स्थानों पर युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू बनी रहे। सुरक्षा कारणों से भारी बारिश और रात के समय भूस्खलन एवं पत्थर गिरने के खतरे के चलते मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी जाती है और फंसे यात्रियों के लिए जलपान, निःशुल्क भोजन व ठहरने की समुचित व्यवस्था भी की गई है।
इस दौरान बालीचौकी उपमंडल के तहत छह स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें तहसील कार्यालय औट के पास लघु बचत भवन, थलौट, हणोगी में सुरंग संख्या 11 के समीप, और राधा स्वामी सत्संग भवन नगवाईं प्रमुख हैं। इन शिविरों में भोजन, आश्रय और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों और व्यापार मंडलों के माध्यम से भी जरूरतमंदों को सहायता प्रदान की जा रही है। प्रशासन के अनुसार बुधवार तक राहत शिविरों में लगभग सात हजार लोगों को तीन समय का भोजन तथा अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा चुकी है, जबकि लगभग 650 लोगों को ठहरने की सुविधा दी गई है। इसी तरह एसडीएम बालीचौकी देवीराम ने कहा कि विषम परिस्थितियों में इस फोरलेन मार्ग को सुचारू बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और जनता के सहयोग के लिए उन्होंने आभार जताया है।