हिमाचल: मॉनसून से अब तक 88 लोगों की मौत, जबकि 14 लोग लापता 

 कुल्लू से 10 हज़ार पर्यटकों की भेजी गई गाड़ियां, करीब 60 हजार लोगों की हुई घर वापसी

पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व जुब्बल-नावर-कोटखाई से विधायक रोहित ठाकुर
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व जुब्बल-नावर-कोटखाई से विधायक रोहित ठाकुर
चंद्रताल में हेलीपैड न होने से लोगों के रेस्क्यू में हो रही दिक्कत, सड़क मार्ग में फंसे पर्यटकों के रेस्क्यू का जिम्मा सौंपा गया अब मंत्री जगत सिंह नेगी को 
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। भारी बारिश से हुई हिमाचल प्रदेश में तबाही के बाद अब पर्यटकों को रेस्क्यू करने और जन जीवन को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ख़ुद दो दिनों से कुल्लू, मनाली, लाहौल स्पीति और मंडी में राहत एवम बचाव कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और मंत्रियो को भी अब सीएम ने जिम्मेदारियां तय कर दी है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को भी शिमला ज़िला में राहत एवम बचाव कार्य और समन्वय का जिम्मा सौंपा गया है।
रोहित ठाकुर ने बताया कि आज कुल्लू जिला से पर्यटकों की 10 हजार गाड़ियां भेजी गई है जिसमें 50 से 60 हजार पर्यटकों की सकुशल घर वापसी हुई है। प्रदेश में अब तक मॉनसून से 88 लोगों की मौत हो गई है जबकि 14 लोग लापता हैं और 4000 करोड़ के आसपास इस मानसून में प्रदेश को नुकसान हो गया है जो आने वाले समय में और अधिक बढ़ने की आशंका है। लाहौल स्पीति के चंद्रताल में हेलीपैड ना होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है इसलिए अब सड़क मार्ग से फंसे हुए पर्यटकों का रेस्क्यू किया जाएगा जिसके लिए मंत्री जगत सिंह नेगी को जिम्मा सौंपा गया है।
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